लोकतंत्र, विविधता भारत की सबसे बड़ी शक्ति : मोदी

 

द ब्लाट न्यूज़ । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अनेक बलिदानियों, सत्याग्रहियों, स्वतंत्रता सेनानियों और त्यागियों को याद करते हुए सोमवार को कहा कि 75 वर्ष की इस यात्रा में देश सफलता और असफलताओं के उतार-चढ़ाव के बावजूद निरंतर आगे बढ़ता रहा है, क्योंकि भारत लोकतंत्र की जननी है और विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत को यह शक्ति विरासत में मिली है और हमें उस पर गर्व होना चाहिए।”


श्री मोदी ने 76 वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि आजादी के बाद देश ने सफलता और असफलता के कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन अपनी विविधता तथा लोकतांत्रिक व्यवस्था के बलबूते देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने क्या नहीं देखा। हमने खाद्य संकट का सामना किया, लड़ाइयां लड़ी, आतंकवाद की चुनौती झेली, निर्दोष नागरिकों की मौत हुई, छद्म युद्ध को झेला और प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया।”
उन्होंने कहा कि इस सबके बावजूद देश आगे बढ़ता गया, क्योंकि लोकतंत्र और विविधता हमारा मजबूत स्तंभ है, जिसने देश को प्रगति के मार्ग से अविचलित नहीं होने दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत की विविधता ही उसकी सबसे बड़ी शक्ति है।
भारत लोकतंत्र की जननी और यही उसका सबसे बड़ा सामर्थ्य है। हमें अपने ऊपर गर्व होना चाहिए, हम जैसे हैं, अपने संकल्प और सामर्थ्य से चलेंगे, हमें अपने देश की भाषा पर गर्व होना चाहिए भाषाओं पर गर्व होना चाहिए।”
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह शक्ति हमें विरासत में मिली है और हमें इस पर गर्व होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने देश को विकसित बनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें गुलामी के अहसास को समाप्त कर अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए।”
उन्होंने कहा, ‘‘हॉलिस्टिक हेल्थ पर दुनिया में चर्चा होती है, तो लोग भारत के योग आयुर्वेद और जीवन पद्धति को याद करते हैं, हम वह लोग हैं,जो प्रकृति के साथ जीवन जीना चाहते हैं, ग्लोबल वार्निंग के समाधान का रास्ता हमारी विरासत में मिलता है। मोटे अनाज हमारे ध्यान हमारी विरासत रहे हैं, आज दुनिया में वर्ल्ड मिल्क डे मनाया जा रहा है, हमारे पारिवारिक संस्कार विश्व में सामाजिक और व्यक्तिगत चुनाव का समाधान प्रस्तुत करने वाले हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के इतने दशकों बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। विश्व, भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर, दुनिया खोजने लगी है। उन्होंने कहा, ‘‘आज विश्व पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं के समाधान का रास्ता हमारे पास है। इसके लिए हमारे पास वो विरासत है, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी है।”

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