विचार

कोरोना: तीसरी लहर से बचने के लिए दूसरी लहर के भयावह दुष्परिणाम को याद रखें

-निर्मल रानी- स्वास्थ्य विशेषज्ञों तथा वैज्ञानिकों द्वारा कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी बार बार जारी की जा रही है। कुछ लोगों का मत है कि अगले छः से आठ सप्ताह के मध्य तीसरी लहर का प्रकोप शुरू हो सकता है जबकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अक्टूबर …

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जागरूकता के सार्थक प्रयास होने चाहिए

-रंजना मिश्रा- वैक्सीन आने से कोरोना महामारी से मुक्ति की उम्मीद जगी है, अब आशा है कि हम कोरोना को हरा सकेंगे। वैज्ञानिकों के मुताबिक अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है, ऐसे में बचाव का एक ही रास्ता है वैक्सीन। लेकिन देश के कई गांवों में अभी …

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मत लो पुणे अग्निकांड को हलके में

-आर.के. सिन्हा- पिछले दिनों महाराष्ट्र के पुणे में एक केमिकल फैक्ट्री में हुए दिल दहलाने वाले अग्निकांड को सामान्य घटना के रूप में लेना किसी भी सूरत में सही नहीं माना जा सकता। जिस फैक्ट्री में आग लगी थी वहां सैनिटाइजर बनाया जाता था जो कोरोना काल का अत्यंत ही …

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शादी के निमंत्रण पत्र पर किसान आंदोलन के समर्थन में नारे लिखवा रहे लोग

कैथल (हरियाणा)। कृषि कानूनों के विरुद्ध चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए हरियाणा के कुछ किसानों ने नया तरीका अपनाया है जिसके तहत शादी के निमंत्रण पत्र पर “किसान नहीं तो अन्न नहीं” जैसे नारे और किसान नेता सर छोटू राम की तस्वीर छपवायी जा रही है। यहां …

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वहां तूफान भी हार जाते हैं जहां कश्तियां जिद पर होती हैं

किसी की जिंदगी में खुशियां अपलोड करके देखिए इतने👌 like👌 मिलेंगे कि जिंदगी संवर जाएगी🌹 इस दुनिया में कोई ऐसा मुकाम यामंजिल नहीं जो मेहनत की पहुंच से दूर हो कुछ इसी तरह परिश्रम को सीढ़ी बनाकर मन फाउंडेशन समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है दिन प्रतिदिन …

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फर्क थोड़ा सा है तेरे और मेरे इश्क में तू अपनों के खातिर रात भर जागता है और मुझे समाज के हालात सोने नहीं देते

🌹 किसी ने सच ही कहा है की जुगनू किसी रोशनी का मोहताज नहीं होता अपने प्रकाश का स्वयं सृजन करता है🌹 जितनी अजीब यह बाहर की दुनिया है उससे भी ज्यादा अजीब यह अंदर की दुनिया है इंसान अपनी जिंदगी में हर कार्य सुख प्राप्त करने के लिए करता …

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हाथ बांधे क्यों खड़े हो हादसों के सामने हादसे कुछ भी नहीं है हौसलों के सामने

निराश हुए बिना पराजय को सह लेना पृथ्वी पर साहस की सबसे बड़ी मिसाल है जिस तरह वृक्ष कभी इस बात पर व्यथित नहीं होता कि उसने कितने पुष्प खो दिए वह सदैव नए फूलों के सृजन में व्यस्त रहता है कुछ इसी तरह की सोच का सृजन कर चुका …

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सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो जिन्हें सिर्फ छत तक जाना है मेरी मंजिल तो आसमान है रास्ता मुझे खुद बनाना है

💐फरक बहुत है तेरी मेरी तालीम में तूने उस्तादों से सीखा है और मैंने हालातो से💐🙏 विषम परिस्थितियों में भी बिना थके बिना रुके बेहतर से बेहतर करने का प्रयास मन फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है इसी क्रम में आज 30 मई 2021 को भोला खेड़ा मानस नगर में …

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अनिल दवेः पर्यावरण के मुद्दे को मुख्यधारा की राजनीति का हिस्सा बनाने वाला नायक

-प्रो.संजय द्विवेदी- उन्हें याद करना एक ऐसे व्यक्ति को याद करना है, जिसके लिए राजनीति का मतलब इस पृथ्वी और मानवता के सामने उपस्थित संकटों के समाधान खोजना था। उनका सुदर्शन,सजीला और नफासत से भरा व्यक्तित्व, मनुष्य जीवन के सामने उपस्थित चुनौतियों से व्यथित रहता था। अपने संवादों में वे …

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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय सेनानी : तात्या टोपे

-वीरेन्द्र सिंह परिहार- जब भारतवर्ष करीब-करीब 1857 के स्वतंत्रता की लड़ाई हार चुका था, और पूरे देश में अंग्रेजों का पुन: अधिपत्य हो गया था। उस दौर में भी अपने जीवन के अंतिम दस महीनों तक तात्या टोपे कैसे संघर्षरत रहे? वह एक अंग्रेज लेखक के शब्दों में ”फिर पीछे …

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