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रेउसा (सीतापुर)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा में लाखों रुपया जर्जर हो चुके सीएचसी की मरम्मत के लिए आया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैयद इंटरप्राइजेज को इसका ठेका दिया गया है। जिसके तहत पूरी छत पर ब्रिक कोवा कार्य के साथ ही रंगाई पुताई वह संपूर्ण मरम्मत का कार्य किया जाना है। लेकिन ठेकेदार द्वारा मानक विहीन वह घटिया काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीज व तीमारदार लगातार इसकी शिकायत सेवता विधायक ज्ञान तिवारी से कर रहे थे। गुरुवार को क्षेत्र भ्रमण के दौरान विधायक ज्ञान तिवारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा पहुंचे। यहां उन्होंने मरम्मत के तहत होने वाले कार्यों को देखा। सबसे पहले विधायक सीढ़ी पर चढ़कर छत पर पहुंचे। यहां ब्रिक कोवा का कार्य किया गया था। विधायक ने पाया बहुत ही घटिया व गुणवत्ता विहीन काम हुआ है। विधायक ने जब खुदाई कराई तो पाया कि मसाले का कहीं प्रयोग ही नहीं किया गया है। जो ईटा बिछाई गई है वह सबसे घटिया क्वालिटी की है। इस पर विधायक ने फावड़ा लेकर स्वयं घटिया निर्माण काम की परतें खरोदने लगे तो हकीकत पूरी सामने आ गई। पूरे कार्य में बहुत ही घटिया सामग्री का जहां प्रयोग किया गया था। वहीं मानकों को पूरी तरह दरकिनार किया गया है। विधायक ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई सीढ़ी से नीचे उतर कर प्रयोग की जा रही सामग्री को देखा तो विधायक स्वयं हैरान रह गये। क्योंकि जो सामग्री प्रयोग के लिए लाई गई थी उसका कोई मानक ही नहीं था। विधायक ने मौके पर मौजूद सैयद इंटरप्राइजेज के जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई। विधायक ने कहा सरकार की मंशा पारदर्शी है। मोदी योगी भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये हैं। लेकिन निचले स्तर के लोग सुधर नहीं रहे हैं। विधायक ने कहा जब स्वास्थ्य केंद्र में लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है तो अन्य जगह के हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है। विधायक ने कहा यह अछम्य अपराध है। इस मामले में कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी। काम करने वाली फार्म को ब्लैक लिस्ट करने के साथ ही संपूर्ण कार्य को श्रमदान घोषित कराया जाएगा। इसके साथ ही हुए काम की तकनीकी जांच कराकर दोषियों पर और अधिक कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी। विधायक ने बताया शुक्रवार को जिले के प्रभारी मंत्री और राज्य मंत्री स्वास्थ्य मयंकेश्वर शरण सिंह उनके विधानसभा क्षेत्र में आ रहे हैं। वह इस विषय को उनके समक्ष रखेंगे। सरकार की मंशा स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार और गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। जो कार्य होंगे वह गुणवत्ता पर होंगे। इसमें जो भी लापरवाही व हीला हवाली करेगा। उसको किसी भी परिस्थिति में क्षमा नहीं किया जाएगा।