कोटा । शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को प्री-डीएलएड 2024 का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। इस बार मात्र 16 दिनों में ही रिजल्ट तैयार किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी ने बताया कि इस बार परीक्षा में नवाचार करते हुए लागत कमी एवं पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हिंदी व अंग्रेजी माध्यम के प्रश्न पत्र अलग-अलग मुद्रित करवाए गए, जिससे मुद्रित की जाने वाली प्रश्न पत्र पुस्तिका के पृष्ठों की संख्या केवल 24 ही रह गई| कुल अभ्यर्थियों में से 6 लाख 30 हजार 173 (97.63 प्रतिशत) अभ्यर्थियों ने हिंदी माध्यम की प्रश्नपत्र पुस्तिका प्राप्त करने का विकल्प चुना एवं केवल 15 हजार 281 (2.37 प्रतिशत) अभ्यर्थियों ने अंग्रेजी माध्यम में प्रश्नपत्र प्राप्त करने का विकल्प चुना। परीक्षा राजस्थान राज्य के 33 जिलों के 1917 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गई, जिससे कुल 5 लाख 95 हजार 47 (92.19 प्रतिशत) अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया।
वर्तमान परिस्थितियों में पूर्ववर्ती पेपर लीक प्रकरण, डमी अभ्यर्थी एवं नक़ल आदि की समस्याओं को देखते हुए विश्वविद्यालय ने संवेदनशील जिलों के परीक्षा केन्द्रों पर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण एवं लाइव सीसीटीवी की व्यवस्था की गयी। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की जिसके फलस्वरूप पूरे राज्य में उक्त परीक्षा सुचारू रूप से बिना किसी बाधा के संपन्न हुई।
उक्त परीक्षा में अभ्यर्थियों को प्रश्न-पत्र पुस्तिका एवं ओएमआर की कार्बन प्रति साथ ले जाने की अनुमति दी गई। उत्तरकुंजी जारी करके अभ्यर्थियों से आपत्तियां प्राप्त की गई। प्राप्त आपत्तियों के निराकरण के उपरांत अंतिम उत्तर कुंजी जारी करके राज्य के अभ्यर्थियों के हित को ध्यान में रखते हुये मात्र 16 दिन में ही वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कार्मिकों ने अथक परिश्रम कर परीक्षा परिणाम तैयार किया गया। जिसे बुधवार 17 जुलाई 2024 को प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जारी किया।
दिलावर ने परीक्षा 6 लाख परीक्षार्थियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को मोबाइल पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मंत्री ने कहा कि जिस तरह से धरती का तापमान बढ़ रहा है उसके चलते सभी व्यक्ति को पेड़ों को लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार का प्रयास है कि इस बार पूरे प्रदेश में 7 करोड़ से ज्यादा पौधे रोपे जाएं और उनका रखरखाव नरेगा कर्मियों द्वारा किया जाए। विश्वविद्यालय की ओर से भी मंत्री को आश्वस्त किया गया कि विश्वविद्यालय कर्मी पौधे रोकेंगे।
मंत्री ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.कैलाश सोडाणी एवं उनकी पूरी टीम को बधाई भी दी।
डीएलएड परीक्षा के समन्वयक डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि अभ्यर्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए माह अगस्त में ही प्रथम काउंसलिंग एवं अपवर्ड मूवमेंट के पश्चात अध्ययन-अध्यापन प्रारंभ हो जायेगा। सितम्बर माह में प्रीडीएलएड 2024 की प्रवेश प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए विश्वविद्यालय प्रयासरत है। अभ्यर्थी अपना परीक्षा परिणाम इस लिंक https://result.predeledraj2024.in/ पर देख सकते हैं।
परीक्षा में जोधपुर के छगनलाल प्रजापति ने पहला स्थान प्राप्त किया उन्हें 600 में से 558 अंक मिले। दूसरे स्थान पर अलवर के निश्चल शर्मा रहे जिन्हें 600 में 555 अंक मिले तीसरे स्थान पर अजमेर के चेलाराम रहे उन्हें 600 में 552 अंक मिले।