मेलबर्न । भारतीय क्रिकेटर वाशिंगटन सुंदर ने शनिवार को उनकी क्षमताओं पर अटूट विश्वास रखने के लिए मुख्य कोच गौतम गंभीर और सहयोगी स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया है। सुंदर ने शनिवार को बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शानदार अर्धशतक लगाया।
मेलबर्न में पोस्ट-डे प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुंदर ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मैं बहुत खुश हूं और गौती भाई [गंभीर] और सभी सहयोगी स्टाफ ने मुझ पर विश्वास बनाए रखा और मुझे बताते रहे कि मैं क्या करने में सक्षम हूं, खासकर इस स्तर पर, इस प्रारूप में। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है, इससे मुझे विश्वास होता है कि मैं इस प्रारूप में भारतीय टीम के लिए विशेष चीजें कर सकता हूं।”
अपने प्रदर्शन पर सुंदर ने कहा, “निश्चित रूप से एक अच्छा दिन था, अगर मैं कुछ और रन बनाता और अपना विकेट नहीं खोता तो और भी बेहतर होता, लेकिन हाँ, मुझे लगता है कि हम आज अच्छी स्थिति में हैं।”
सुंदर का महत्वपूर्ण अर्धशतक भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण में आया, जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार रेड्डी के साथ 127 रनों की उल्लेखनीय साझेदारी की। उनके प्रयासों ने पारी को स्थिर करने में मदद की, 50 रनों की शानदार पारी खेलने के बाद अंतः वह नाथन लियोन की गेंद पर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके घरेलू मैदान पर खेलने की चुनौती को लेकर सुंदर ने कहा, “मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, चाहे कुछ भी हो।”
भारत ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में जोरदार वापसी की, फॉलो-ऑन के मंडराते बादल को हराया और ऑस्ट्रेलियाई बढ़त को काफी कम कर दिया। तीसरे दिन के अंत तक, भारत ने 9 विकेट पर 358 रन बना लिए हैं, जिसमें रेड्डी मोहम्मद सिराज के साथ नाबाद थे।
रेड्डी ने 176 गेंदों पर 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 105 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 59.66 रहा।
रेड्डी ने 171 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और सचिन तेंदुलकर और ऋषभ पंत के बाद ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट शतक बनाने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए। तेंदुलकर ने 1992 में 18 साल और 256 दिन की उम्र में अपना पहला शतक बनाया था, जबकि पंत ने 2019 में सिडनी में 21 साल और 92 दिन की उम्र में अपना शतक बनाया था। रेड्डी 21 साल और 216 दिन की उम्र में इस विशिष्ट समूह में शामिल हो गए हैं।