नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को देश भर में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 102 सीटों पर मतदान जारी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने खासतौर से युवा और पहली बार मतदान कर रहे मतदाताओं से बड़ी संख्या में वोट करने का आह्वान किया। मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहेगा। निर्वाचन आयोग ने 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया है। इन मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं हैं और 11,371 लोग थर्ड जेंडर के हैं। 35.67 लाख लोग पहली बार मतदाता बने हैं।
इसके साथ ही 20 से 29 वर्ष के आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं। मतदान शुरू होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मतदाताओं से सावधानीपूर्वक मतदान करने का अनुरोध किया और कहा कि आर्थिक सशक्तीकरण तथा समान अवसरों का एक नया युग उनका स्वागत कर रहा है।
लोगों से बाहर निकलने और बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हमारे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई आज से शुरू हो रही है।’’ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मतदाताओं से लोकतंत्र को मजबूत करने और नफरत को हराकर देश के हर कोने में ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने का अनुरोध किया।
राहुल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज पहले चरण का मतदान है। याद रहे, आपका एक-एक वोट भारत के लोकतंत्र और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य तय करने जा रहा है। इसलिए बाहर निकलिए और पिछले 10 साल में देश की आत्मा को दिए गए ज़ख्मों पर अपने ‘वोट का मरहम’ लगाकर लोकतंत्र को मज़बूत कीजिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नफ़रत को हरा कर खोल दीजिए हर कोने में ‘मोहब्बत की दुकान’।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों से ऐसा मजबूत और निर्णायक नेतृत्व चुनने की अपील की जिसने देश को भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण से मुक्त कराने का दृढ़ संकल्प दिखाया हो। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि असम की पांच लोकसभा सीटों पर मतदान शुरू होने के पहले दो घंटे में 11.15 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जबकि पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीटों पर 15 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मेघालय के मुख्यमंत्री सी. के संगमा ने तुरा लोकसभा क्षेत्र में वालबाकग्रे में सुबह-सुबह मतदान किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर में और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में नगरा तेराई मतदान केंद्र में सुबह-सुबह मतदान किया। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने भी दो लोकसभा सीटों और 50 विधानसभा सीटों पर मतदान के तहत अपने-अपने पैतृक गांवों में मतदान किया।
संगमा खुद कार चलाकर मतदान केंद्र तक पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सबसे पहले मतदान करने की उम्मीद से सुबह साढ़े छह बजे बूथ पर पहुंच गया। लेकिन मुझे यह सुखद आश्चर्य हुआ कि वहां मेरे से पहले आए कई लोग मौजूद थे। यह एक स्वस्थ प्रवृत्ति है। मतदान प्रत्येक नागरिक का अधिकार है।’’
रीजीजू ने बिचोम जिले में अपने गांव नफरा में मतदान किया जबकि खांडू ने तवांग जिले के मुक्तो निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया। पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) शामिल हैं।
इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान हो रहा है। पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा की 60 और सिक्किम की 32 सीट के लिए भी एक साथ मतदान हो रहा है।
पहले चरण में चुनावी मैदान में उतरे प्रमुख नेताओं में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सर्बानंद सोनोवाल, कांग्रेस से गौरव गोगोई और द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम से कनिमोई शामिल हैं। तमिलनाडु में भाजपा के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे के. अन्नामलई भी पहले चरण के उम्मीदवारों में शामिल हैं।
गडकरी और सोनोवाल के अलावा सात अन्य केंद्रीय मंत्री – भूपेंद्र यादव, किरेन रीजीजू, संजीव बालियान, जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, एल मुरुगन और निसिथ प्रमाणिक भी पहले चरण में चुनावी मैदान में हैं। दो पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (त्रिपुरा) और नबाम तुकी (अरुणाचल प्रदेश) तथा तेलंगाना के राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर सक्रिय राजनीति में लौटीं तमिलिसाई सौंदरराजन भी चुनावी मैदान मे हैं।