चंडीगढ़: जब 26 घंटे में सदस्यता रद्द तो 26 घंटे बाद बहाली क्यों नहीं? कुमारी सैलजा

द ब्लाट न्यूज़ अखिल भारतीय कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि सूरत की जिला अदालत द्वारा जब राहुल गांधी को दोषी करार दिया गया तो उसके 26 घंटे बाद उनकी संसद सदस्यता को रद्द करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। अब सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राहुल गांधी दोषसिद्धि पर रोक लगी दी गई है तो इस निर्णय के बाद उनकी संसद सदस्यता को बहाल क्यों नहीं किया गया है। क्या मोदी सरकार इस बात से डरी हुई है कि राहुल गांधी मणिपुर में हो रहे नरसंहार एवं वहां के बेसहारों की आवाज़ उठाते हुए आईएनडीआईए (इंडिया) की आवाज़ को मुखर करेंगे।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी की जीत सत्य की जीत का प्रतीक है। कांग्रेस चाहती कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता जल्द से जल्द बहाल हो और वह मोदी सरकार के खिलाफ लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा में शामिल हों। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने में जितनी जल्दी दिखाई थी सदस्यता बहाल करने में भी उतनी जल्दी दिखाई जानी चाहिए थी।

उन्होंने कहा है कि गुजरात के सूरत की जिला अदालत द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा दिए जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने 24 मार्च को एक नोटिफिकेशन जारी कर 23 मार्च से उनकी लोकसभा की सदस्यता को रद्द कर दिया गया था। राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे। सुप्रीम कोर्ट की ओर से राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाए जाने के बाद उनकी लोक सभा सदस्यता को भी तुरंत बहाल किया जाना चाहिए।

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