THE BLAT NEWS:
सीतापुर(आरएनएस )। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गौआश्रय स्थल के संचालन व अन्य बिन्दुओं पर चर्चा किये जाने के संबंध में बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित को निर्देश देते हुये कहा कि गौशाला एवं गौसंरक्षण संबंधी शिकायतें बहुत आ रही हैं, इन आने वाली शिकायतों एवं कमियों को दूर करने हेतु हमें सजग रहते हुये गौशाला का संचालन विधिवत रूप से करना होगा, जिसमें साफ-सफाई, चिकित्सक के निरन्तर भ्रमण, चारे की व्यवस्था, गौशालाओं में कार्य करने वाले केयरटेकरों का समय से भुगतान आदि महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने केयरटेकर के पारिश्रमिक के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश देते हुये कहा कि केयरटेकरों का भुगतान कब तक हुआ है, कितना हुआ है व कितना बाकी है, की एक कम्पाईल रिपोर्ट चाहिये। ताकि इससे उत्पन्न होने वाली कमियों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि हाईवे के किनारें जो गौपालन करते हैं। उनसे बात करके सड़कों पर न आने वाले पशुओं को रोका जाये। उन्होंने कहा कि जहां-जहां गौशालाओं में बाउन्ड्रीवाल, शेड, भूसाघर आदि नहीं बने हैं, उसको तत्काल बनवाया जाये। जहां-जहां गौशालाएं बन चुकी है लेकिन उनका संचालन नहीं हो पाया है को तत्काल संचालित किया जाये। उन्होंने मछेरहटा में 05 निमार्णाधीन गौशालाओं के संचालन के निर्देश संबंधित को दिये।
बैठक को संबोधित करते डीएम अनुज सिंह।’BLAT PHOTO’
उन्होंने कहा कि जहां-जहां गौशाला निर्माण संबंधी कार्य रूके हैं। उसमें तेजी लाते हुये त्वरित गति से कार्य को पूर्ण किया जाये। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा गौशाला संबंधी दिक्कते खैराबाद में हैं, इसको एक बार देखने की आवश्यकता है। खैराबाद में 02 निर्माणाधीन गौशाला की स्थिति की जानकारी करते हुये इसे जल्द पूरा करने के निर्देश संबंधित को दिये। उन्होंने कहा कि जहां-जहां क्षमता के हिसाब से काम बहुत ही कम पाया गया है। वहां पर कारणों की जानकारी करते हुये संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये। उन्होंने संबंधित को निर्देश देते हुये कहा कि गौशाला का विधिवत रूप से निरीक्षण कर कमियों को दूर करें, यही शासन की प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की हीलाहवाली व लापरवाही क्षम्य नहीं है। उन्होंने बीमार पशुओं की स्थिति की जानकारी करते हुये संबंधित को आवश्यक निर्देश देते हुये कहा कि दवाओं की निरन्तर उपलब्धता बनाये रखी जाये तथा दवाओं की कहीं किसी प्रकार की कमी है तो इसकी लिखित जानकारी देने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि दवाओं की कमी से कोई भी पशु मरना नहीं चाहिये तथा गौशालाओं में किसी प्रकार की कोई गंदगी नहीं होनी चाहिये। जिलाधिकारी ने कहा कि गौशाला के कार्यों के प्रति हमें सजग रहने की आवश्यकता है व यदि गौशालाओं में सेक्रेटरी सही काम नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिये। गौशालाओं में चिकित्सकों का निरन्तर भ्रमण होना चाहिये ताकि बीमार पशुओं की समय से जानकारी मिलते हुये उनका समुचित उपचार सम्भव हो सके। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, डी0सी0 मनरेगा सुशील कुमार श्रीवास्तव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।