THE BLAT NEWS:
खाकी को मिली खुली छूट का जहां कुछ खाकीधारी नाजायज फायदा उठाकर मासूम जनता को डराने के साथ ही पत्रकारों पर भी स्वयं फर्जी मुकदमे लिखने की बात के साथ ही पत्रकार का दिमाग ठीक कर देने की बात कह रहे हैं। सरकार द्वारा खाकी को मिली खुली छूट समाज के चौथे स्तंभ को भी बेइज्जत करने से नहीं चूक रही है।सिकंदरा थाना में तैनात उपनिरीक्षक मोहित वर्मा जैसे दरोगाओ के सामने तो समाज का चौथा स्तंभ भी कोई मायने नहीं रखता है। जनपद कानपुर देहात के सिकंदरा थाने में तैनात दरोगा मोहित वर्मा का एक ऑडियो सामने आया है। जिसमें पत्रकार के गांव निवासी व्यक्ति द्वारा उसकी बाइक एक अन्य बाइक से छू जाने पर एक साधारण सा लिखित प्रार्थना पत्र थाने पहुंचता है।जिस पर वरिष्ठ पत्रकार द्वारा गांव का मामला होने के चलते दरोगा से मामले को लेकर सामान्य बात की जाती है।हिटलर दरोगा मोहित बर्मा द्वारा प्रदेश के मुखिया व अपने ही आला अधिकारियों के निर्देशों का अनुपालन ना करते हुए पत्रकारों से मित्रवत व्यवहार किए जाने के उलट बाइक स्वामी के मोबाइल फोन पर सम्मानित पत्रकार के लिए अभद्रता पूर्ण तरीके से बात की जाती है।उक्त दरोगा के बोल इस कदर बिगड़े की गांव निवासी बाइक स्वामी के फोन पर बोलते हुए पत्रकारों को साथ लेकर चलने ब पत्रकार से फोन कराने की बात पर आवेश में आकर सारी मर्यादाओं को तार-तार करते हुए बाइक स्वामी के साथ ही पत्रकार पर भी मुकदमा दर्ज कर सम्मानित पत्रकार का दिमाग भी ठीक किए जाने की बात की कह डाली।जिसका ऑडियो जमकर बायरल हो रहा है।वही थाना प्रभारी सिकंदरा संजेश कुमार सिंह से जब पत्रकार ने बात की तो थाना प्रभारी द्वारा पत्रकार से संजीदगी के साथ चुनाव के बाद मामले को देख लेने की बात कही गई। बता दें कि उक्त दरोगा का स्थानांतरण पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस संतोष मूर्ति द्वारा पूर्व में पामा चौकी प्रभारी के पद पर किया जा चुका है। जहां पर दरोगा द्वारा आमद ना करा सिकंदरा थाने में अपनी पोस्टिंग रुकवाये जाने की बात सामने आ रही है। आखिर खाकी का समाज के चौथे स्तंभ के प्रति अपमानजनक रवैया प्रदेश सरकार के आदेशों के साथ ही पुलिस महिकमे के उच्चाधिकारियों के निर्देशों पर भी पानी फेर रहा है।मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक बीबी जी टी एस संतोष मूर्ति से निकाय चुनाव मतगणना में व्यस्त होने के चलते बात नही हो सकी है।