अतीक व अशरफ की हत्या से माफिया मुख्तार भी दहशत में

THE BLAT NEWS:

बांदा। प्रयागराज में पूर्वांचल के खूंखार माफिया डान अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में सरेआम गोली मारकर हत्या किए जाने की खबर ने मंडल कारागार में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी को भी हिलाकर रख दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद उसके चेहरे पर हवाइयां उड़ गईं। बाडी आर्मर से लैस उसकी सुरक्षा में तैनात जेल के जवान भी उसे यमराज नजर आने लगे। सारी रात उसने बेचैनी में करवटें बदलते गुजारी। हर आहट पर वह उठ बैठता और बगले झांकने लगता। कहा जाए कि अब उसे भी अपनी हत्या किए जाने की आशंका सताने लगी है।गौरतलब है कि माफिया डान अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब दौरान भारी पुलिस सुरक्षा के बीच मेडिकल चेकअप कराने जा रहे थे। अतीक और अशरफ की हत्या की खबर जंगल में आग की तरह फैली गई। माफिया ब्रदर्स की हत्या की खबर जैसे ही मंडल कारागार की बैरक नंबर-15 में निरुद्ध बाहुबली माफिया मुख्तार के कानों तक पहुंची, उसके चेहरे पर हवाइयां उड़ गईं। इस खबर पर माफिया को यकीन ही नहीं हो रहा था। बहरहाल खबर सही होने की जानकारी के बाद मुख्तार न केवल गमगीन हो गया बल्कि दहशत में आ गया। आखिर अतीक और अशरफ की इस तरह हत्या की जा सकती है सोचकर वह भी सहम गया। उसकी सुरक्षा में तैनात वाडी आर्मर से लैस बंदी रक्षकों से भी वह सहमा रहा। बतातें हैं कि पूरी रात बाहुबली की आंखों से नींद गायब हो गई। सारी रात बैरक में वह करवटें बदलता रहा। कभी उठ बैठता तो कभी बैरक में चहलकदमी करने लगता। उसकी सुरक्षा में बैरक के बाहर तैनात हथियारबंद जवानों के बूटों (जूता) की आहट से वह चैंक जाता। मुख्तार की सारी रात कुछ इसी तरह से गुजरी। रविवार सुबह सूरज की लालिमा और पचासे का घंटा बजने के बाद उसने कुछ राहत महसूस की। हालांकि सूत्र बतातें है कि रोजमर्रा की तरह वह बैरक से बाहर नहीं निकला। यहां तक कि उसने सुबह का नाश्ता भी नहीं किया। सारा दिन वह अनजान डर से अपनी बैरक में ही दुबका रहा। जेल कर्मी उसे बैरक से बाहर निकलने को कहते रहे, पर उसने किसी की बात नही मानी।

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