कोई भी चिकित्सा पद्धति हो, सबका काम मरीज की भलाई करना है-डॉ जितेंद्र

THE BLAT NEWS:
उरई। नेशनल इंट्रीग्रेटिड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव के तहत स्टेशन रोड स्थित सिटी सेंटर में नीमा का स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धनवंतरि एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व रिटायर्ड सीएमओ डॉ जितेंद्र माहेश्वरी ने पंचगव्य, आयुर्वेदिक और एलोपैथिक चिकित्सा पर अपना व्याख्यान दिया। कहा कि कोई भी चिकित्सा पद्धति हो, सबका काम मरीज की भलाई है। आयुर्वेद सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है। डॉ सुमन कुमार गुप्ता, डॉ ज्ञानसिंह ने भी नीमा के बारे में विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता नीमा के अध्यक्ष डॉ एसपी बुधौलिया ने की और संचालन डॉ सहनबिहारी गुप्ता ने किया।इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सक डॉ राकेश रंजन शर्मा, डॉ रामतीर्थ पांडेय, डा शोभा गुप्ता, डॉ रामकृष्ण गौतम को समाज में उनके द्वारा किए गए कार्य के लिए सम्मानित किया गया। इसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें शफीकुर्रहमान कश्पी, अनुज भदौरिया, वीरेंद्र तिवारी, प्रिया श्रीवास्तव दिव्यम, शिखा गर्ग, रुचि वाजपेयी आदि कवि और कवियत्रियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की खूूब वाहवाही लूटी। इस मौके पर डॉ नवेश कुलश्रेष्ठ, डॉ राहुल दीक्षित, डॉ जगदीश गुप्ता, डॉ आरके गुप्ता, डॉ जीएन गौतम, डॉ आरआर दीघ्क्षित, डॉ देववर्धन दौदेरिया, डॉ अनिल गुप्ता, डॉ भारत गुर्जर, डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉ शमसाद हुसैन, डॉ अबरार, डॉ अविनाश सेंगर, डॉ संतोष गुप्ता, डॉ रामजी दास गुप्ता, डॉ मदनमोहन, डॉ अरुण गौतम समेत बड़ी संख्या में चिकित्सक और उनके परिवारीजन मौजूद रहे।

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