द ब्लाट न्यूज़ पिछले दिनों से लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। देश के कई हिस्सों में बादल और बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम के इस बदले ट्रेंड ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। सबसे अधिक परेशान किसान हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि 23 से लेकर 25 मार्च के बीच उत्तर-पश्चिम भारत, 24-25 मार्च को मध्य और उससे सटे पूर्वी भारत के अधिकांश इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश होगी। इस दौरान ओले पडऩे की भी संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल प्री-मानसून वाली बारिश जल्दी शुरू हो गई, जिसका कि अनुमान नहीं लगाया गया था।
आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्रा ने बताया, जब गर्मी अधिक होती है तो बादल बनते हैं। फरवरी महीने में तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। मिट्टी बहुत सूखी और गर्म थी। इसके कारण एक ट्रिगरिंग पॉइंट बना। बंगाल की खाड़ी और मध्य अरब समुद्र के ऊपर दो एंटी-साइक्लोन बने। इसके कारण नमी काफी बढ़ गई। एकनिम्न स्तर का साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना। साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ ने भी पश्चिमी हिमालय को प्रभावित किया।
उन्होंने आगे कहा, मार्च महीने में हो रही बारिश का सबसे बड़ा कारण ऊपरी सतह में 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पछुआ हवाएं हैं। यह प्रायद्वीपीय भारत तक पहुंच रही हैं। इन ठंडी हवाओं ने मौसम को अचानक बदल दिया। इसके कारण ही देश के अधिकांश हिस्सों में व्यापक रूप से बारिश शुरू हो गई।
आईएमडी की मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई। वहीं, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में ओलावृष्टि देखी गई। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में अधिकतम तापमान 22-27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
23 मार्च से उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में फिर से बारिश शुरू हो सकती है। आईएमडी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 23 मार्च को पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और अन्य हिस्सों में बारिश के साथ ओला पडऩे की भी संभावना है।