द ब्लाट न्यूज़ चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविधालय कानपुर द्वारा, दलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत एक दिवसीय किसान मेला एवं कृषि उधोग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ मुख्य अतिथि सह निदेशक प्रसार डा0 पीके राठी एवं उप निदेशक कृषि अरूण चौधरी द्वारा किया गया।
अतिथियों ने मेले प्रांगण में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों का अवलोकन किया। इस अवसर पर केंद्र की वरिश्ठ वैज्ञानिक डा0 मिथिलेश वर्मा ने कहा कि प्राकृतिक खेती का परीक्षण केंद्र पर सफलतापूर्वक किया जा रहा है वहीं डा0 पीके राठी ने कृषि विज्ञान केंद्र की सराहना की और कहा कि विगत एक दशक से खेती में मशीनों का प्रयोग बढा है जियके कारण खेतिहर मजदूरो की कमी की वजह से यह एक आवश्यकता भी बन गयी है।
मृद वैज्ञानिक डा0 खलील खान ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन की विधियों की जानकारी किसानों को धीरे धीरे हो रही है। उनहोने कहा कि फसल प्रबधन हेतु किसानों में अब जागरूकता ढी है। कार्यक्रम का संचालन गृह वैज्ञानिक डा0 निमिषा अवस्थी द्वारा कया गया। प्शुलान वैाानिक डा0 एसएल वर्मा ने कहा कि छोटे छोटे टुकडों में काटकर वास्तु से उपचारित कर चारा के रूप् में प्रयोग में लाया जा सकता है।
फसल अवशेषों का मशरूम की खेती में सार्थक प्रयोग किया जा रहा है। उन्होने किसानों से अपील की है कि वह फसल अवशेष प्रबंधन के उपायों को अवश्य अपनाये। इस अवसर पर डा0 अरूण कुमार सिंह, डा0 विनोद प्रकाश, कृषि विभाग के अधिकारियों सहित 650 से अधिक किसान उपस्थित रहे।