द ब्लाट न्यूज़ राज्यपाल के स्थान पर मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त करने से जुड़ा पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य सेवा विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022 मंगलवार को राज्य विधानसभा में पारित हो गया।
यह विधेयक तत्काल प्रभाव से प्रभावित होगा।
विधेयक के पक्ष में 134 वोट पड़े जबकि 51 सदस्यों ने इसका विरोध किया। वहीं भाजपा ने भी इस विधेयक का विरोध किया। पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीटें हैं।
राज्य में स्वास्थ्य राज्य मंत्री चन्द्रीमा भट्टाचार्य ने विधेयक सदन में पेश किया।
विधेयक पर चर्चा के दौरान विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक मनोज टिग्गा और अन्य विधायकों अग्निमित्र पॉल, एम मणि अधिकारी, शंकर घोष और अंबिका रॉय ने विधेयक का विरोध किया, जबकि सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के निर्मल माझी, मधुसूदन भट्टाचार्य, सप्तऋषि बनर्जी ने इसके पक्ष में दलीलें दीं।