तीर्थनगरी ऋषिकेश में बाल विवाह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। मामले में मां समेत चार लोगों को पकड़ा है। आरोपी जबरन विवाह कर नाबालिग को कार से मेरठ ले जा रहे थे। रास्ते में चेकिंग के दौरान पुलिस ने धर दबोचा। संबंधित धारा में केस दर्ज कर लिया है। कोतवाली पुलिस के मुताबिक, शनिवार दोपहर एक महिला ने सूचना दी कि उनकी नाबालिग भतीजी का उसी की मां बाल विवाह करा रही है।
सभी मनसा देवी मंदिर में मौजूद हैं। इसकी सूचना चाइल्ड लाइन देहरादून और महिला बाल विकास परियोजना की टीम को भी दे दी गई है। सूचना पाकर हरकत में आयी पुलिस मनसा देवी, गुमानीवाला स्थित मनसा देवी मंदिर पहुंची। यहां जानकारी मिली की मंदिर के पुजारी के बाल विवाह कराने से इनकार करने पर आरोपी जबरन नाबालिग को फूल माला पहनाकर कार से निकल गए हैं।
पुलिस ने तत्काल सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया। श्यामपुर रेलवे फाटक के पास यूपी नंबर की कार को पकड़ लिया। चाइल्ड लाइन देहरादून और महिला बाल विकास परियोजना की टीम की मौजूदगी में कार से नाबालिग समेत पांच लोगों को पकड़ा।
पुलिस ने बाल विवाह करने वाले कपिल कुमार पुत्र स्व. महेंद्र सिंह निवासी आरके कॉलोनी बंगाली बाजार हस्तिनापुर, मेरठ, उत्तर प्रदेश और उसके साथी नकुल पुत्र स्व. सुखपाल सिंह निवासी ग्राम फूल का झाड़, मेरठ, उत्तर प्रदेश और बाल विवाह करने वाली नाबालिग की मां तथा सहयोग करने वाले दीपक पुत्र स्व. मक्खन लाल निवासी गली नंबर 4 शांति नगर, ऋषिकेश को पकड़ा है।
वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला ने बताया कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर लिया है। पुलिस टीम में कांस्टेबल नंदकिशोर, शीशपाल शामिल रहे।
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