ईडी की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस का घेराव…

द ब्लाट न्यूज़ । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस के राजभवन ’घेराव’ कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस ने बृहस्पतिवार को पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय के सामने अवरोध लगाकर जिला पुलिस ने राजभवन की ओर जुलूस के रूप में निकले पार्टी कार्यकर्ताओं को रोका, इस पर कार्यकर्ता नारे लगाते हुए अवरोधक (बैरिकेड्स) पर चढ़ने की कोशिश करने लगे। बाद में पुलिस ने उनमें से कई को हिरासत में ले लिया।

पार्टी की डिजिटल मीडिया के संयोजक और प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने दावा किया कि पुलिस राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह, प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष विश्व विजय सिंह, वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मदान, द्विजेंद्र त्रिपाठी, मुकेश चौहान समेत पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं व नेताओं को पार्टी कार्यालय से बसों में बैठाकर इको गार्डन ले गई है।

अवस्थी ने दावा किया कि पार्टी विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा और वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी को सुबह से ही उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है।

भाजपा सरकार पर लोकतंत्र की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए अवस्थी ने कहा, “कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय में पुलिस के घुसने और पार्टी कार्यकर्ताओं की पिटाई करने से ज्यादा अनैतिक क्या हो सकता है और जब यहां पार्टी के लोग इसका विरोध करने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें मनमानी कार्रवाई के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की भी अनुमति नहीं दी जाती है।”

ईडी द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ जारी रखने के विरोध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने ‘राजभवन घेराव’ का आह्वान किया था। ईडी राहुल गांधी से कई सत्रों में अब तक करीब 30 घंटे पूछताछ कर चुकी है और उन्हें शुक्रवार को चौथी बार पूछताछ के लिए तलब किया है।

सिद्दीकी ने बुधवार को कहा था कि ईडी द्वारा पूछताछ के बहाने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर जिस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस बीच राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने एक बयान में दावा किया कि बुधवार को भारतीय लोकतंत्र के लिए सबसे “शर्मनाक” दिन था जब मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के दिल्ली के 24 अकबर रोड स्थित मुख्यालय में घुसकर केंद्र के तहत आने वाली दिल्ली पुलिस ने पार्टी के नेताओं को मारा-पीटा और अपमानित किया।

उन्होंने आरोप लगाया जिस बर्बरता से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को मारा-पीटा गया और अपमानित किया गया है, वह वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा सरकार द्वारा बदले की भावना के तहत की गई ‘शर्मनाक’ व ‘निंदनीय’ कार्रवाई है। तिवारी ने इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया कि राहुल गांधी पूछताछ में ईडी से सहयोग नहीं कर रहे हैं।

 

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