मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को भरतपुर के जिला कलक्ट्रेट सभागार में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विभिन्न जिलाधिकारियों से ओलावृष्टि एवं इससे हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली।
शर्मा ने राजस्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव को निर्देश दिए कि ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में खराब हुई फसल का आकलन करने के लिए शीघ्र कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने सीकर, चूरू, बीकानेर, झुंझुनूं, एवं खैरथल-तिजारा के जिलाधिकारी को भी यह कदम उठाने का निर्देश दिया ताकि प्रभावित किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जा सके।
मौसम विभाग के अनुसार भरतपुर और धौलपुर में शनिवार शाम को बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं, अलवर में रात को तेज हवा के साथ बारिश हुई। झुंझुनूं के खेतड़ी और अलवर के तिजारा के कई इलाकों में शनिवार सुबह तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि से खेतों में सफेद चादर बिछ गई।
वहीं दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर के कई इलाकों में ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार बारिश-ओलावृष्टि के कारण तापमान में दो-तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और कुछ इलाकों में शनिवार सुबह कोहरा छाया रहा। धौलपुर , भरतपुर में शनिवार शाम को बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। सड़कों पर पानी भर गया। अलवर शहर में तेज हवा के साथ बारिश हुई।
जयपुर के मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार शनिवार सुबह साढे आठ बजे तक चूरू में 28 मिलीमीटर, चूरू तहसील में 28 मिमी, झुंझुनूं के चिड़ावा में 18 मिमी, मलसीसर में 14 मिमी, भुहाना में 13 मिमी, अलवर के तिजारा में 10 मिमी, चूरू के तारानगर/रैनी में 10 मिमी, पिलानी में नौ मिमी, चूरू के राजगढ़/सादुलपुर में आठ मिमी, अलवर के कोटकासिम, टपूकड़ा में सात मिमी, चूरू के भद्र में सात मिमी, हनुमानगढ़ के डूंगरगढ़ में सात मिमी, बीकानेर में 6.6 मिमी और अन्य कई स्थानों पर एक मिमी से तीन मिमी तक बारिश दर्ज की गई।
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