अमृतसर। पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने बताया कि गेहूं की फसल को आग से बचाने के लिए पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह कदम मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर उठाया गया है, ताकि किसानों को न केवल शिक्षित किया जा सके, बल्कि खेतों में आग की घटनाओं को रोका जा सके।
हरभजन सिंह ईटीओ ने रविवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि पीएसपीसीएल ने दो हेल्पलाइन नंबर, 9646106835 और 9646106836 जारी किए हैं। इस नंबरों पर व्हाट्सएप या कॉल के माध्यम से किसान ढीली या लटकी हुई बिजली की तारें, चिंगारी या बिजली से जुड़ी खराबी की जानकारी दे सकते हैं। हमारी कोशिश है कि आग की घटनाएं होने से पहले ही रोकी जाएं। मुआवजा देना एक बात है, लेकिन उससे बेहतर है कि हम ऐसी घटनाओं को होने ही न दें।
हरभजन सिंह ने किसानों से अपील की कि गेहूं की नाड़ (पराली) को न जलाएं, क्योंकि इससे न सिर्फ मिट्टी की उर्वरता प्रभावित होती है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित होता है और कई बार जान-माल का भी नुकसान हो जाता है।
कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान प्रदेश में नशा तस्करी के खिलाफ जारी अभियान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा। इस कारोबार से जुड़े लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाएगा, ताकि भविष्य में कोई और नशा बेचने की हिम्मत न कर सके। पंजाब में मुख्यमंत्री द्वारा नशे के खिलाफ आंदोलन शुरू किया गया है और इसमें सरकार पूरी सख्ती से काम कर रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के बयान पर भी हरभजन सिंह ने सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में 50 ग्रेनेड पहुंच चुके हैं। मंत्री ने कहा कि अगर उनके पास इस तरह की कोई पुख्ता जानकारी है, तो उन्हें तुरंत पंजाब पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करना चाहिए था। यह देश की सुरक्षा का मामला है, कोई मज़ाक नहीं। अगर बाजवा के पास सच में ऐसी जानकारी है, तो उन्हें यह बताना चाहिए कि ग्रेनेड कहां हैं, कहां से आए और किसके पास हैं।