हरिद्वार । बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी मदों में जनपद को ए श्रेणी में लाना सुनिश्चित किया जाए। यह निर्देश जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने जिला योजना, राज्य योजना, केन्द्र पोषित एवं बाह्य सहायतित तथा बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान दिये।
जिलाधिकारी ने बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देश जनपद को सभी मदों में ए श्रेणी में लाया जाये तथा जिन मदों में जनपद डी श्रेणी में है, उनकी अलग से समीक्षा की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद में चल रहे बड़े निर्माण कार्यों की थर्ड पार्टी जांच कराई जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि स्वीकृत निर्माण योजनाओ में बजट की प्रतीक्षा न करते हुए टैण्डर प्रक्रिया पूर्ण की जाये तथा बजट आवंटित होते ही वर्क ऑर्डर जारी किये जायें ताकि निर्माण कार्यों में विलम्ब न हो। उन्होंने कहा कि बजट का सदुपयोग करते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन समय से किया जाये। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये। जिलाधिकारी ने चल रहे निर्माण कार्यों का स्वयं स्थलीय निरीक्षण करते हुए गुणवत्ता पर नजर बनाए रखे तथा भौतिक प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश प्रशासकीय विभागों के अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी ऐंसा कार्य न करें जिससें विभाग की बदनामी हो। कहा कि फाईलों तक सीमित न रहे बल्कि फरियादियों की समस्याएं भी सुने और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी फरियादी को बिना सुने वापस न भेजा जाये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी क्षेत्र भ्रमण करें तथा फील्ड कर्मचारी से अधिक जानकारी अर्जित करें ताकि कोई भी फील्ड कर्मचारी भ्रमित न कर सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने-अपने कार्यों का निर्वहन पूरी तत्परता व इमानदारी से करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने निर्देश दिये कि आगामी बैठकों में विभागों की मदवार खर्च की जानकारी प्रस्तुत की जाये, यदि कोई योजना या मद में परिवर्तन की आवश्यकता है तो अविलम्ब पत्रावलियां प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी विभाग अच्छे कार्यों की 10-10 मिनट की पीपीटी तैयार कर, प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उन्होेंने योजनाओं के क्रियान्वयन में पूरी पारदर्शिता बरतने, निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नलिनी ध्यानी ने बताया कि बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद 4 मदों में डी श्रेणी में, 1 मद में सी श्रेणी तथा 8 मदों में बी श्रेणी में है, जबकि अन्य मदों में ए श्रेणी में है। उन्होंने बताया कि जिला योजना में 27.51 प्रतिशत, राज्य योजना में 69.15 प्रतिशत, केन्द्र पोषित में 83.80 प्रतिशत तथा बाह्य सहायतित योजनाओं में 75.45 प्रतिशत धनराशि खर्च हो चुकी है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.आरके सिंह, मुख्य मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, एपीडी नलिनीत घिल्डियाल, जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया, जिला समाज कल्याण अधिकारी टीआर मलेठा सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।