रबी की फसलों में रसायन का प्रयोग करे

THE BLAT NEWS:

गोरखपुर। जनपद के समस्त कृषक भाइयों को अवगत कराना है कि वर्तमान समय में मौसम के असामयिक उतार-चढाव व आकस्मिक वर्षा होने के कारण रबी की फसलों में कीट रोग/बीमारी लगने की सम्भावना बढ़ गयी है।  ऐसे में गेहुॅ की फसल में अनावृत कंडुऑ ,करनालबंट एवं पीला रतुआ रोग लगने की सम्भावना है जिसमें दानें काले रंग के एवं पतले हो जाते हैं जिससे पैदावार प्रभावित हो सकती हे। साथ ही साथ मटर, चना, तथा सब्जी वर्गीय फसलों में रोग लगने की सम्भावना बढ़ जाती है। ऐसे में उपरोक्त बीमारियों के नियंत्रण हेतु निम्न रसायनों के प्रयोग की संस्तुति की जाती है। गेहुॅ की फसल में अनावृत कंडुऑ ,करनालबंट एवं पीला रतुआ रोग के नियंत्रण हेतु प्रोपीकोनाजोल 25ः  म्ण्ब्ण् की 500 मिली0 मात्रा को 600 से 700 ली0 पानी में घोलकर प्रति हे0 की दर से साफ मौसम में छिड़़काव करें । रबी की फसलों के बचाव के लिए कीटनाशक का करना होगा छिड़काव, करें खेत की ...मटर, चना तथा सब्जी वर्गीय फसलों में चूर्णिला आसिता रोग के नियंत्रण हेतु सल्फर 80ः ूण्चण् की 2.5 से 3.00 किग्रा0 मात्रा को 700 से 750 ली0 पानी में घोलकर प्रति हे0 की दर से साफ मौसम में छिड़़काव करें ।इसके अतिरिक्त किसान भाई फसलो में लगने वाले कीट रोग से सम्बन्धित किसी भी समस्या/सुझाव हेतु अविलम्ब सहभागी फसल निगरानी एवं निदान प्रणाली(पी0सी0एस0आर0एस0) के नम्बर- 9452247111 एवं 9452257111 पर व्हाटएप या टेक्सट मैसेज कर कीट/रोग के नियऩ्त्रण के सम्बन्ध में सलाह प्राप्त कर सकते है।  किसान भाइयों को समस्या लिखते समय अपना पूरा नाम व पूरा पता (ग्राम, विकासखण्ड एवं तहसील आदि का नाम) भी अंकित करना होगा। समस्या का समाधान 48 घण्टे के भीतर कर दिया जायेगा। उक्त जानाकरी जिला कृषि रक्षा अधिकारी गोरखपुर ने दी है।

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