THE BLAT NEWS:
चरवा नगर पंचायत का एक मोहल्ला आज भी ऐसा है जहां लोगों को आज भी बिजली का इंतजार है। यहां के लोग बिजली विभाग का चक्कर लगा लगा के अब तक चुके हैं। मगर बिजली विभाग है कि फर्क ही नहीं पड़ता। मजे की बात तो ये है की इसी मुहल्ले में सैकड़ों गांवों को रौशन करने वाल 33/11 केवी का पावर हाउस स्थित है।मगर कहते हैं की चिराग तले अंधेरा । जो इस अवधि बिल्कुल सटीक बैठ रहा है।
चरवा नगर पंचायत का वार्ड नंबर 1 राम विश्राम नगर का एक मुहल्ला महतो तारा आज भी बिजली की बाट जोह रहा है। दर्जनों घर ऐसे हैं जिन्हें लाइट का इंतजार है। मुहल्ले के दुर्गेश गुप्ता कहते हैं हमे यहां घर बनवाए हुए लगभग 10 साल हो गए हैं। आज बिजली के दर्शन नहीं हुए। किसी तरह बिना बिजली के गुजारा हो रहा है। अंधेरे में जहां जहरीले जीव जंतु का डर लगा रहता है वही बच्चो की पढ़ाई लिखाई में भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अब तो मिट्टी का तेल भी नही मिलता की ढेबरी जला के काम चलाया जा सके। कुछ इसी तरह मुहल्ले में रहने वाले रमेश दिवाकर, सोनू दिवाकर, पप्पू रैदास, पप्पू अहमद, आदि कई लोगो का यही हाल है। टिल्लू सेन और पन्ना सेन बताते है की आज से लगभग दस बारह साल पहले बिजली विभाग के कर्मचारी हमारे घर में ये कह के बिजली का मीटर लगा कर चले गए की आप लोग कनेक्शन लेकर मीटर लगवा लो जिससे तुरंत खंभा और तार आपके घर तक आ जाय। हम लोगों ने उनकी बातो में बिस्वास केके मीटर तो लगा लिया मगर आज तक खंभा और तार सिर्फ सपना बन कर रह गया है। और मीटर शो पीस बन कर रह गया है। कई बार मंझन पर से लेकर चायल तहसील का चक्कर काट चुके हैं मगर स्थिति जस की तस है। ये मोहल्ला चरवा नगर पंचायत के मुख्य मार्ग पर स्थित है जो चरवा नगर पंचायत ऑफिस से होते हुए जल निगम, और पावर हाउस को जोड़ता है। जिससे रोजाना सैकड़ों लोग इस मार्ग से आवागमन करते हैं।
क्या कहते है लोग…………………………………
राम चंद्र प्रजापति अभी अपने पुराने कच्चे मकान में रहते है, इन्होंने महतो तारा मुहल्ले में जमीन लेकर कई साल पहले घर बनवा चुके है । बस इंतजार है की इधर खंभा और बिजली के तार खींच जाय तो अपने परिवार के साथ घर में ग्रह प्रवेश कर दें। देखना है की इनका सपना कब पूरा होता है। इसी तरह राजू केसरवानी भी महतो तारा में अपना मकान बनवा चुके है। मकान पूरी तरह से तैयार है। मगर कोई काम करने से पहले इन्हें बिजली ना होना एक बड़ी समस्या लगती है। ये कहते हैं। की इतना पैसा लगाने के बाद भी बिना बिजली सब बेकार है। अब देखिए कब तक विद्युत विभाग अपनी कुभकर्णी नींद से जागता है और इस मुहल्ले में छाए अंधेरे को दूर करता है।