THE BLAT NEWS:
धर्मनगरी को फ्री जोन की सौगात मिलने के बाद भी यूपी-एमपी के बीच लक्ष्ण रेखा खिंची हुई है। क्या मजाल कि यूपी के टैम्पो और ई-रिक्शा मप्र सीमा में प्रवेश कर लें। यूनियन और स्थानीय पुलिस की हठधर्मिता शासन के आदेशों पर हावी है। बुंदेली सेना ने सीएम को भेजे पत्र में फ्री जोन लागू करने की मांग की है।
रविवार को बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मनगरी को फ्री जोन की सौगात दी थी। ये सौगात मिलने से 15 किमी परिधि में यूपी-एमपी के वाहनों को इधर-उधर आने-जाने में छूट मिली थी। फ्री जोन हो जाने से तीर्थयात्रियों को बहुत बड़ी सुविधा मिलनी थी। बार-बार टैम्पो बदलने से मुक्ति मिलनी थी। खासतौर पर जानकीकुंड अस्पताल और आरोग्यधाम आने वाले हजारों गरीब बीमारों को राहत मिलती। ग्रामोदय के छात्रों को भी लाभ मिलता। श्रद्धालु भी हलाकान होने से बच जाते। सरकार के निर्णय की सभी ने सराहना की थी, लेकिन आज तक फ्री जोन पूरी तरह से लागू नहीं हुआ। निर्मोही अखाडा मोड़ मे नयागांव सीमा के अंदर मजाल नहीं है कि यूपी क्षेत्र का कोई भी थ्रीव्हीलर वाहन प्रवेश कर जाये। आज भी दोनो प्रदेशों के बीच पहले की भांति लक्ष्मण रेखा खिंची हुई है। दोनो प्रदेशों के तीन पहिया यात्री वाहन सीमाओं को लांघने से डरते है। आखिर शासन के आदेशों के बावजूद कौन लोग है जो फ्री जोन लागू नहीं होने दे रहे। कौन लोग हैं जिनके लिए शासनादेश भी कोई मायने नहीं रखता। शायद तीन पहिया वाहनों के यूनियन से मिलने वाली मलाई सबसे ज्यादा आडे आ रही है। बुंदेली सेना ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में फ्री जोन लागू करने की मांग की है, ताकि श्रद्धालु सरकार की जय-जयकार कर सकें।