THE BLAT NEWS:
सरकार की मंशा अधिक से अधिक किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ देने की है। इसके लिए लगातार इस योजना का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। साथ ही अपात्र किसानों के चिन्हांकन का कार्य भी जारी है। जिन पात्र किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहे वह कई तरह की गलत जानकारियों के शिकार भी हो जाते हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वृद्धावस्था पेंशन पा रहे पात्र किसान भी सम्मान निधि के हकदार है। ई केवाईसी अथवा भू लेखांकन नहीं होने की स्थिति में पात्र किसान किसान सम्मान निधि से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में किसानों के बीच कई तरह की भ्रांतियां भी पैदा हो जाती है। किसान इस तरह से कई बार परेशान भी रहते हैं। कृषि विभाग किसानों को जागरूक कर रहा है, जिससे पात्र किसान योजनाओं का लाभ ले सकें। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जनपद में कुल 281165 किसान थे।
3.48 लाख से अधिक किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन
13वीं किस्त के लिए 2.78 से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। 70 हजार किसानों का ई केवाईसी होना बाकी है, जबकि भू लेखांकन 51 हजार 127 किसानों का बाकी है। 12वीं किस्त दिसंबर महीने में पात्र किसानों के खाते में आई थी। 12वीं किस्त का लाभ 2.78 लाख से अधिक किसानों को मिला था। इनमें से एक लाख 7 हजार 883 पहली किस्त वाले किसान हैं।
8071 अपात्र किसानों से होगी रिकवरी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अपात्र किसानों को चिन्हित किया गया है। अभी तक 8071 अपात्र किसान पकड़ में आए हैं, इन लोगों से धनराशि वापस ली जा रही है। अभी तक 284 अपात्र किसानों से 26 लाख 52 हजार रुपये की रिकवरी की जा चुकी है
सभी किसान ई केवाईसी और भू लेखांकन अवश्य करालें। भू लेखांकन तहसील पर होगा जबकि ई केवाईसी निकटतम जन सुविधा केन्द्र पर जाकर करा लें। किसी तरह की परेशानी है तो न्याय पंचायत स्तर पर कृषि विभाग के कर्मचारी एवं लेखपाल आदि से संपर्क कर सकते हैं। ई केवाईसी और भू लेखांकन न होने की स्थिति में इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
-राम कुमार माथुरा, उप कृषि निदेशक (कृषि) मथुरा