द ब्लाट न्यूज़ गाजियाबाद के मोदीनगर में पीएचडी छात्र अंकित खोखर हत्याकांड के खुलासे के बाद अभी तक पुलिस शव को खोजने में असफल है। हत्याकांड के खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाले दोस्तों ने जस्टिस फॉर अंकित के नाम से ऑनलाइन मुहिम चला रखी है।
अंकित के दोस्त शव बरामदगी को लेकर अब मुख्यमंत्री, गृह मंत्रालय के अलावा पीएमओ से भी गुहार लगाएंगे। पुलिस रविवार को भी शव बरामदगी के लिए सर्च अभियान चलाने का दावा कर रही है। मूलरूप से बागपत के छपरौली स्थित मुकंदपुर गांव निवासी अंकित खोखर पीएचडी स्कॉलर था। वह मोदीनगर की देवेंद्रपुरी कॉलोनी निवासी उमेश शर्मा के राधा एंक्लेव स्थित मकान में किराये पर रहते थे।
मकान मालिक उमेश शर्मा ने एक करोड़ रुपये के लिए अंकित की गला दबाकर हत्या कर दी थी। अंकित के छह दोस्तों की पैरवी पर पुलिस ने बीते बुधवार को हत्याकांड का खुलासा किया था।
पूछताछ में हत्या के आरोपी उमेश शर्मा ने आरी से शव के टुकड़े कर गंगनहर में अलग-अलग स्थानों पर फेंकने की जानकारी दी थी। पुलिस अभी तक शव के टुकड़े बरामद नहीं कर सकी है।
मोबाइल फोन की सीडीआर ने उमेश शर्मा की कहानी में झोल की पुष्टि कर दी है। पुलिस के लिए शव तलाशना पहेली बन गया है। हत्याकांड की पैरवी में लगे अंकित के दोस्तों का संगठन पुलिस कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं।
वह दोषियों को सख्त दिलाने के लिए शव की बरामदगी की मांग कर रहे है। अंकित के दोस्त ने मोबाइल पर हुई बातचीत में जानकारी दी कि वह अपने मित्र के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए हर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
अंकित के पैतृक गांव मुकंदपुर में भी ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान संजीव कुमार के नेतृत्व में एक पंचायत की। पंचायत में ग्रामीणों ने अंकित की हत्या पर रोष व्यक्त किया।
मृतक के चचेरे भाई संजीव ने बताया कि ग्रामीणों ने एक सुर से अंकित के हत्यारों को फांसी देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि अंकित के शव की बरामदगी को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेगा।