द ब्लाट न्यूज़ । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर प्रशासन फलों से लदे ट्रकों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचने देते है तो वह फल उत्पादकों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना देंगी।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,“मैं जम्मू-कश्मीर प्रशासन को चेतावनी देता हूं कि यदि वे फलों के ट्रकों की सुचारू आवाजाही के लिए श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग को खोलने में विफल रहते हैं, तो मैं फल उत्पादकों के साथ मिलकर राजमार्ग को अवरुद्ध कर दूंगी।”
कश्मीर की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार सेब उद्योग पिछले महीने से एक बड़े संकट का सामना कर रहा है क्योंकि सुरक्षा बलों की आवाजाही के नाम पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर सैकड़ों फलों के ट्रक अक्सर रोक दिये जाते हैं। इस प्रक्रिया में अधिकांश सेब सड़ने लगते हैं जिसका खामियाजा उद्योग से जुड़े सभी लोगों को भुगतना पड़ता है।
गुस्साए उत्पादकों ने सोमवार को सोपोर सहित कश्मीर के सभी प्रमुख थोक फल मंडियों को बंद कर दिया। काजीगुंड और बनिहाल के बीच ट्रकों को अक्सर रोका जाता है।
प्रशासन ने सोमवार को सभी फलों के ट्रकों को हाईवे से हटाने के आदेश जारी किए। सुश्री महबूबा मुफ्ती मंगलवार सुबह सेब उत्पादकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शोपियां पहुंचीं। उन्होंने यह जानने की मांग की कि अगर राजमार्ग की मरम्मत के नाम पर फलों के ट्रकों को रोका गया तो जम्मू से आवश्यक वस्तुएं घाटी में समय पर कैसे पहुंचेंगी।
सुश्री मुफ्ती ने कहा,“सेना के काफिले की आवाजाही की अनुमति देने से फलों के ट्रकों को रोकना कश्मीर के फल उद्योग को नुकसान पहुंचाना है। मैं आपसे (उपराज्यपाल मनोज सिन्हा) से आग्रह करती हूं और साथ ही चेतावनी देती हूं कि कश्मीरी लोगों के धैर्य की परीक्षा न लें … ये लोग बहुत विनम्र हैं और उन्हें सड़कों पर आने के लिए मजबूर न करें, जिसके लिए सभी जिम्मेदारी प्रशासन पर आ जाएगी।” उन्होंने कहा,“आपने कश्मीर घाटी को जेल में बदल दिया है। आप दावा कर रहे हैं कि कश्मीर में सब कुछ ठीक है। मुझे बताओ, इन फल उत्पादकों का नुकसान कौन उठाएगा?”