द ब्लाट न्यूज़ । आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसके तहत देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में जिला में 75 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और यह अमृत सरोवर एक एकड़ जमीन या उससे अधिक जमीन के क्षेत्र में होना जरूरी है। यह जानकारी उपायुक्त कृष्ण कुमार ने मंगलवार को कैंप कार्यालय में विभागों द्वारा किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक में दी।
उन्होंने कहा कि जिला में जल्द से जल्द अमृत सरोवरों को चिन्हित किया जाए। इनकी ड्रोन के माध्यम से फोटो खींचकर केंद्र सरकार द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे अमृत महोत्सव पोर्टल पर अपलोड की जानी है। उपायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी इस कार्य को गंभीरता से लें, क्योंकि अमृत सरावरों के कार्य की केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा तकनीकी तौर पर निरंतर निगरानी की जा रही है। इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीषा शर्मा से कहा कि वे जिला के प्रत्येक खंड को 5-5 अमृत सरोवरों की जिम्मेदारी सौंप दें।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता ग्रे-वॉटर प्रबंधन के तहत लिए गए जोहडों में से 30 ऐसे जोहडों की सूची जिला परिषद को उपलब्ध करवाएंगे, जिनकी मनरेगा के तहत खुदाई करवाई जा सके। खंड के अधिकारियों व तकनीकी कर्मचारियों को इस कार्य को करने के लिए उचित प्रशिक्षण दिया जाए। उपायुक्त ने कहा कि सभी बी.डी.पी.ओ. अपने स्तर पर अमृत सरोवरों को शॉर्टलिस्ट कर लें। इन सरोवरों का फाइनलाइजेशन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि अधिकारी इस कार्य को रूटीन में लाएं और नियमित तौर पर उसकी निगरानी करें। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत किए जा रहे मॉडर्न तालाब, ग्रे-वाटर प्रबंधन सहित जोहडों के सौंदर्यकरण कार्यों में तेजी लाएं। जोहडों से पानी की निकासी उपरांत उनकी खुदाई करवाने के कार्य को बरसात के मौसम से पूर्व करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि तालाबों के कार्यों की अब तक की अपडेट लिस्ट जल्द उपलब्ध करवाई जाए।