कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को नवान्न में आयोजित एक प्रशासनिक बैठक में स्पष्ट कर दिया कि जो पूजा समितियां राज्य सरकार से मिलने वाला अनुदान नहीं लेंगी, उन समितियों को अनुदान नहीं दिया जाएगा और इसके बदले अन्य नई समितियों को यह अनुदान दिया जाएगा।
आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद कुछ पूजा समितियों ने राज्य सरकार से मिलने वाले अनुदान को लौटाने का फैसला किया है। इस संदर्भ में ममता बनर्जी ने कहा, “जो भी पूजा समितियां सरकारी अनुदान नहीं लेंगी, उन्हें छोड़कर नई पूजा समितियों को अनुदान दिया जाएगा। हमारे पास नई समितियों की सूची आई है, और जिन्होंने आवेदन किया है, उन्हें दिया जाएगा।”
ममता बनर्जी ने कहा कि पूजा के अनुदान के लिए इस बार अतिरिक्त अनुरोध आए हैं, लेकिन सभी को पूरा करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया, “450 करोड़ रुपये क्लबों को देने के लिए खर्च होते हैं, और यह राशि कल से देना शुरू हो जाएगी। यदि कोई अनुदान नहीं लेना चाहता है, तो हम नई सूची के अनुसार देंगे।”
इस साल, नेताजी नगर बस्तुहारा समिति, बेहला के सबेदा बागान क्लब, और गार्डनरीच की ‘मुदियाली हम कुछ लोग’ पूजा समिति सहित कुछ अन्य समितियों ने सरकारी अनुदान न लेने का ऐलान किया है। इसके अलावा, हुगली और पूर्व बर्धमान जिलों की कुछ पूजा समितियों ने भी सरकारी अनुदान नहीं लेने की घोषणा की है।