चंडीगढ़ ।विदेशों में रह रहे पंजाब के नौजवानों में वतन वापसी की प्रवृत्ति को राज्य के लिए शुभ संकेत बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अब तक तक 44,667 सरकारी नौकरियां दी हैं। इसके चलते कई युवा अब विदेशों को अलविदा कहकर यहां सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं। मंगलवार काे चंडीगढ ़के सेक्टर-35 स्थित म्यूनिसिपल भवन में विभिन्न विभागों के 417 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हमारे युवा अब विदेशों में नौकरी करने के बजाय पंजाब में ही नौकरी करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा इसलिए वतन वापसी कर रहे हैं क्योंकि अब पंजाब में बिना किसी सिफारिश और रिश्वत के सरकारी नौकरियां मिल रही हैं।
पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को नौकरी केवल और केवल मेरिट के आधार पर दी जाएगी और नौकरी हासिल करना योग्य युवा का अधिकार होता है। इस मामले में मैं न किसी की सिफारिश मानता हूं और न ही किसी की सिफारिश चलने देता हूं, क्योंकि युवा मुझ पर बहुत विश्वास करते हैं और इस भरोसे को मैं किसी भी कीमत पर टूटने नहीं दूंगा।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि हमारे युवाओं ने मेरी सरकार पर भरोसा जताया है। कोई भी व्यक्ति अपने पूर्वजों की धरती से दूर नहीं जाना चाहता। विदेश जाने वाले अधिकांश युवा हमारे सिस्टम से इतने परेशान हो गए थे कि उन्हें रोजगार की तलाश में अपना घर-बार छोड़ना पड़ा। इसके लिए परंपरागत पार्टियां जिम्मेदार हैं, जिन्होंने प्रदेश के युवाओं का भला करने के बजाय अपने परिवारों का ध्यान रखा।
मुख्यमंत्री ने आज कृषि विभाग, राजस्व विभाग, स्कूल शिक्षा, सहकारिता, स्थानीय सरकार, सामाजिक सुरक्षा, जल आपूर्ति और स्वच्छता, कर व आबकारी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, वित्त विभाग, उद्योग और व्यापार और पशुपालन विभाग के नए नियुक्त 417 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टियां हमेशा मुझे लेकर भला-बुरा कहती रहती हैं, लेकिन कभी भी उनकी सरकार के अच्छे कामों की सराहना नहीं करतीं। उन्होंने परंपरागत पार्टियों को चुनौती देते हुए कहा कि युवाओं को 44,667 सरकारी नौकरियां देने, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, घर-घर राशन योजना, शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए देने जैसे कार्यों का जिक्र क्यों नहीं किया जाता। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह बाजवा जैसे विरोधी नेता उनके खिलाफ जो चाहे बोलते रहें, लेकिन वे पंजाब की प्रगति के लिए फैसले लेने से पीछे नहीं हटेंगे।