भोपाल : विदिशा लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने के बादसे देशभर में चच्रित् हो गई है। चौहान यहां से पांचवीं बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। 1991 में जब अटल बिहारी वाजपेयी ने विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर इस्तीफा दिया, तो उपचुनाव जीतकर शिवराज सिह चौहान पहली बार लोकसभा पहुंचे थे। इसके बाद चौहान 1996, 1998, 1999 में भी सांसद बने। वर्ष 2005 में पहली बार वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। वर्ष 2018तक लगातार सीएम रहने के बाद 15 महीने विपक्ष में भी रहे। फिलहाल शिवराज सिंह चौहान प्रतिदिन अपनी सीट के अलग-अलग क्षेत्र में जाकर लोगों के बीच प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने आठ लाख वोट व जीत का लक्ष्य है। पिछले लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत गुजरात के भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल की छह लाख 89 हजार की रही है। चौहान के खिलाफ कांग्रेस ने प्रतापभानु शमा्र पर दांव लगाया है। शर्मा की मौजूदगी में कांग्रेस को वजनदार प्रत्याशी तो दिया, पर पूर्व विधायक शशांक भार्गव जैसे नेताओं का कांग्रेस छोडऩे से झटका भी लगा है। इधर, शिवराज की पत्नी साधना सिंह और बेटा कार्तिकेय भी चुनाव प्रचार में मदद कर रहे हैं।
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