द ब्लाट न्यूज़ सरकारी महकमों में आमतौर पर विकास के मुद्दों पर बजट ना होने का बहाना बनाता जाता है, लेकिन हमारा बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) बजट होन के बावजूद विकास के कार्यों को अंजाम नहीं दे पाया है। विवि को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने के लिए शासन ने दस करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया था, लेकिन बीयू छह साल में भी शासन की ओर से जारी बजट की राशि को खर्च नहीं कर सका है और राशि लैप्स हो गई है।
अब विवि की शेष राशि शासन को लौटानी होगी। विवि के छह विभागों को सेंटर फार एक्सीलेंस बनाने के लिए दस करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया, जिसें से आधी राशि यानी पांच करोड़ रुपए सरकार ने जारी भी कर दिए। लेकिन अब भी चार करोड़ की राशि शेष है, जिसे विव को 31 मई तक खर्च करना था। बीयू में तय समय में विकास कार्य नहीं किए जा सके। अब विवि को सेंटर आफ एक्सीलेंस के लिए मिली करोड़ों रुपए की राशि शासन को लौटानी पड़ेगी।
इसे बचाने के लिए विवि प्रशासन ने काफी प्रयास किए। विवि में कार्यपरिषद की आपात बैठक बुलाई गई। अब प्रबंधन कार्यपरिषद से मंजूरी लेकर इसे पैसे को आगे इस्तेमाल में लाना चाहता है, लेकिन तय समयसीमा में बजट खर्च नहीं होने के कारण शासन को राशि वापस लौटानी होगी।