एंटी इनकंबेंसी से ज्यादा खतरा नाराजगी से

THE BLAT NEWS;

भोपाल। कर्नाटक चुनाव परिणामोंं के बाद जिस तरह से भाजपा नेताओं की नाराजगी सतह पर आई है उससे भाजपा के रणनीतिकार चिंतित हैं। पार्टी को लगता है कि प्रदेश में एंटी इनकंबेंसी से अधिक नुकसान नाराज और बगावत पर उतारू भाजपाई नेता कर सकते हैं। हिमाचल और कर्नाटक प्रदेश इसका उदाहरण हैं। हिमाचल प्रदेश में 12 बागियों के कारण पार्टी को सत्ता गंवानी पड़ी थी। जबकि कर्नाटक में 39 सीटों पर बागियों ने भाजपा की लुटिया डुबो दी। सिंधिया समर्थकों के कारण ग्वालियर  चंबल अंचल और मालवा निमाड़ में पार्टी को बड़े पैमाने पर बगावत का सामना करना पड़ सकता था। Nepali Movie – Rajniti – Nepali Movies, films

पार्टी को एकजुट रखना और नाराज नेताओं को मनाना इस समय पार्टी की सबसे बड़ी चुनौत्ीहै। आलाकमान में मौजूदा हालात से वाकिफ हैं। इसलिए पार्टी ऐसा मैकेजिनज्म डेवलप कर रही है। जिससे असंतोष और नाराजगी दूर हो सके। ये सीटें बनी हुई हैं भाजपा के लिए बड़ी चुनौती … भोपाल उत्तर, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, भोपाल मध्य, ब्यावरा, राजगढ़, खिलचीपुर, सुसनेर, आगर, शाजापुर, कालापीपल, सोनकच्छ, बुरहानपुर, भीकनगांव, बड़वाह, महेश्वर, शिवपुर, सबलगढ़, सुमावली, मुरैना, भिंड, लहार, गोहद, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण, भितरवार, डबरा, सेवड़ा, करैरा, पिछोर, चाचौड़ा, राघौगढ़, चंदेरी, देवरी, बंडा, महाराजपुर, राजनगर, छतरपुर, बिजावर, पथरिया, दमोह, गोनोर, चित्रकूट, रैगांव, सतना, सिहावल, कोतमा, पुष्पराजगढ़, बड़वारा, बरगी, जबलपुर पूर्व, जबलपुर उत्तर, जबलपुर पश् िचम, शाहपुरा, डिंडौरी, बिछिया, निवास, बैहर, लांजी, वारासिवनी, कटंगी, बरघाट, लखनादौन, गोटेगांव, तेंदूखेड़ा, गाडरवारा, जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, चौरई, छिंदवाड़ा, परासिया, मुलताई, बैतूल, घोड़ाडोंगरी, उदयपुर, विदिशा, कसरावद, खरगोन, भगवानपुरा, पानसेमल, अलीराजपुर, झाबुआ, पेटलावद, सरदारपुर, गंधवानी, कुक्षी, मनावर, धरमपुरी, देपालपुर, इंदौर एक, नागदा, तराना, बडनग़र, सैलाना और आलोट शामिल हैं।

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