THE BLAT NEWS:
ईटानगर। नगा उग्रवादी समूह ईस्टर्न नगा नेशनल गवर्नमेंट (ईएनजी) के अध्यक्ष तोसा मोसांग सहित 15 उग्रवादियों ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और शीर्ष सैन्य एवं पुलिस अधिकारियों के समक्ष हथियार डाल दिये। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश पुलिस और असम राइफल्स के संयुक्त प्रयासों से इन उग्रवादियों ने हथियार डाले। इस सिलसिले में पुलिस मुख्यालय में आत्मसमर्पण समारोह आयोजित किया गया।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री चाउना मीन, गृह मंत्री बामांग फेलिक्स, मुख्य सचिव धर्मेंद्र और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सतीश गोलछा और असम राइफल्स तथा अरुणाचल पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। खांडू ने ट्वीट कर कहा, यह खुशी की बात है कि ईस्टर्न नगा नेशनल गवर्नमेंट (ईएनजी) के अध्यक्ष तोशा मोसांग सहित 15 कार्यकर्ताओं ने आज आत्मसमर्पण कर दिया।अरुणाचल प्रदेश पुलिस और असम राइफल्स की ‘गुमराह युवाओंÓ को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने के संयुक्त प्रयास की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, हम आत्मसमर्पण करने वाले लोगों को प्रदेश में उनके सार्थक योगदान के लिए मुख्यधारा में शामिल करने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन देते हैं।मुख्यमंत्री ने अन्य उग्रवादी समूहों से हिंसा छोडऩे और स्थायी शांति तथा समृद्धि के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, हमारे पास अगले वित्तीय वर्ष (2023-24) के लिए 05 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ एक अंडरग्राउंड सरेंडर पॉलिसी है, ताकि गुमराह युवाओं को हिंसा छोडऩे और विकास के भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।पुलिस सूत्रों ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वालों के पास से चीन निर्मित नौ एमक्यू श्रृंखला के हथियार, दो एके -47 राइफल, एक चीनी निर्मित पिस्तौल, 19 मैगजीन, 7.62 एमएम गोला बारूद के 415 राउंड, 9 एमएम पिस्तौल के पांच राउंड, चार चीनी ग्रेनेड, छह वॉकी-टॉकी बरामद किए गए हैं।
वहीं, केंद्रीय विधि मंत्री एवं अरुणाचल पश्चिम के सांसद किरेन रिजिजू ने कहा, पूर्वोत्तर भारत में शांति के कारण तेजी से विकास हो रहा है। जिन लोगों ने हथियार उठाये थे, वे सरकार की जन हितैषी कदमों के कारण वापस मुख्यधारा में लौट रहे हैं। पेमा खांडू सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई प्रमुख योजनाओं और नीतियों को सक्रिय रूप से लागू कर रही है।