द ब्लाट न्यूज़ । हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने रविवार को कहा कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने 5,000 अतिरिक्त विद्यालयों में प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में राज्य के 4,000 विद्यालयों में प्री-नर्सरी कक्षाएं चल रही हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चों को वैश्विक नागरिक बनाने की दिशा में यह शिक्षा नीति काम करेगी, यह बच्चों के आधार को मजबूत करेगी। नई शिक्षा नीति सरकारी और निजी विद्यालयों के अंतर को समाप्त करेगी, इसमें शिक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग कौशल होगा और नौवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि 2030 तक देश के 50 प्रतिशत युवा अपने कौशल द्वारा रोजगार प्राप्त करेंगे। सरकारी विद्यालयों में बच्चों का नामांकन तीन वर्ष की आयु में प्री-नर्सरी में, चार वर्ष की आयु में नर्सरी में, पांच वर्ष की आयु में केजी में और छह वर्ष की आयु में प्रथम कक्षा में किया जाएगा।