Holika Dahan 2024: रंगों का त्योहार होली 25 मार्च को मनाया जाएगा. इसके एक रात्रि पहले 24 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन होगा. इस बार होलिका दहन पर सर्वार्थ सिद्धि, रवि और बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है. ऐसे में होलिका की पूजा से परिवार में खुशियां और हर कार्य में सिद्धि प्राप्त होगी.
होलिका दहन पर किसी पेड़ की शाखा को जमीन में गाड़ कर उसे चारों तरफ से लकड़ी, उपले लगाकर तय मुहूर्त में दहन किया जाता है. देश में सबसे पहले होली उज्जैन के महाकाल मंदिर में मनाया जाती है. पंचांग अनुसार जानें अपने-अपने शहर में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त.
फाल्गुन पूर्णिमा 2024
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च 2024 को सुबह 08.13 पर शुरू होगी और पूर्णिमा तिथि का समापन 25 मार्च 2024 को सुबह 11.44 पर होगा. होलिका दहन का मुहूर्त किसी त्यौहार के मुहूर्त से ज्यादा महवपूर्ण और आवश्यक है.
आपके शहर में होलिका दहन का मुहूर्त
होलिका दहन – 24 मार्च 2024
उज्जैन – रात 11.13 – देर रात 12.27
नई दिल्ली – रात 11.13 – देर रात 12.27
मुंबई – रात 11.13 – देर रात 12.44
जयपुर – रात 11.13 – देर रात 12.33
वाराणसी – रात 11.13 – देर रात 12.04
चंडीगढ़ – रात 11.13 – देर रात 12.29
अहमदाबाद – रात 11.13 – देर रात 12.45
बेंगलुरू – रात 11.13 – देर रात 12.25
पटना – रात 11.13 – देर रात 12.55
इंदौर – रात 11.13 – देर रात 12.32
कोलकाता – रात 11.13 – देर रात 12.42
भोपाल – रात 11.13 – देर रात 12.26
रांची – रात 11.13 – देर रात 12.55
हैदराबाद- रात 11.13 – देर रात 12.22
रायपुर – रात 11.13 – देर रात 12.09
लखनऊ – रात 11.13 – देर रात 12.12
होलिका दहन पूजा विधि
होलिका दहन की पूजा अगर अनुपयुक्त समय पर हो जाये तो यह दुर्भाग्य और पीड़ा देती है. होलिका दहन की पूजा में सबसे पहले गणपति जी का स्मरण करें. फिर होलिका पर गंगाजल छिड़कें. षोडोपोचार विधि से होलिका की पूजा करें. नारियल, उपले की माला, फूल, गेहूं की बालियां होलिका को अर्पित करें. ऊं होलिकाय नम: मंत्र का जाप करें. प्रह्लाद, नृरसिंह भगवान के मंत्रों का जाप करें. फिर होलिका में जल चढ़ाते हुए 7 बार परिक्रमा करें.
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