मौनी अमावस्या 2024: मौनी अमावस्या के पर्व पर प्रयागराज के संगम और बनारस में हजारों कि तादाद में श्रद्धालु सुबह तड़के गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे. मौनी अमावस्या यानी कि मौन रहकर ईश्वर की साधना करने का अवसर माना गया है. इस तिथि को मौन एवं संयम की साधना, स्वर्ग एवं मोक्ष देने वाली मानी गई है.
मौनी अमावस्या यानी कि मौन रहकर ईश्वर कि साधना करने का अवसर. इस तिथि को मौन एवं संयम कि साधना , स्वर्ग एवं मोक्ष देनेवाली मानी गई है. इस अवसर पर प्रयागराज के संगम में और बनारस में हजारों कि तादाद में भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाई. हिंदू शास्त्रों के अनुसार मौनी अमावस्या पर मौन रखने का विधान भी बताया गया है. इस दिन मौन रहने से कई लाभ होते है, ऐसा शास्त्रों में बताया गया हैं. यदि किसी व्यक्ति के लिए मौन रखना संभव नहीं हो तो वो अपने विचारों को शुद्ध रखकर भी इसका पालन कर सकता है.
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