Rajasthan Election 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान है. चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. इस बार राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच काफी करीबी मुकाबला बताया जा रहा है. यही वजह है कि यहां बीजेपी ने पीएम मोदी समेत अपने सभी बड़े नेताओं को प्रचार में उतार दिया है. वहीं, कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य बड़े नेता मैदान में हैं.
सत्ता में बैठी कांग्रेस लगातार दूसरी जीत दर्ज करने का दावा कर रही है, तो वहीं बीजेपी 5 साल बाद सत्ता में वापसी की बात कह रही है. जीत-हार की तस्वीर तो तीन दिसंबर को ही साफ हो पाएगी. यहां हम आपको बता रहे हैं अलग-अलग दलों के कुछ ऐसे बड़े उम्मीदवारों के बारे में जिन पर सबकी नजर रहेगी.
1. अशोक गहलोत
कांग्रेस के दिग्गज नेता और वर्तमान सीएम अशोक गहलोत 1999 से जोधपुर के सरदारपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है. इस बार इनके सामने भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ हैं. 2018 में, गहलोत ने भाजपा के शंभू सिंह को 45,597 वोटों के अंतर से हराया था.
2. सचिन पायलट
सचिन पायलट 2018 से टोंक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इस बार इनका मुकाबला बीजेपी के अजित सिंह मेहता से है. 2018 में पायलट ने बीजेपी के यूनुस खान को 54,179 वोटों के अंतर से हराया था.
3. गोविंद सिंह डोटासरा
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष डोटासरा 2008 से लक्ष्मणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से जीत रहे हैं. 2018 में डोटासरा ने भाजपा के दिनेश जोशी को 22,052 मतों के अंतर से हराया था. इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के सुभाष मेहरिया से हैं.
4. वसुंधरा राजे
बीजेपी की वरिष्ठ नेता और दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे 2003 से झालरापाटन निर्वाचन क्षेत्र से जीत रही हैं. इससे पहले वह धौलपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती थीं. इस बार राजे का मुकाबला कांग्रेस के रामलाल चौहान से है. 2018 में राजे ने कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह को 34,980 वोटों के अंतर से हराया था.
5. राजेंद्र गुढ़ा
उदयपुरवाटी से 2008 और 2018 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले राजेंद्स सिंह गुढ़ा 2018 के नतीजों के कुछ महीने बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इसके बाद वह गहलोत सरकार में मंत्री भी रहे. कुछ महीने पहले उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में लाल डायरी लहराते हुए कहा था कि इसमें अशोक गहलोत के करप्शन की पूरी जानकारी है. कुछ दिन पहले वह शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हुए थे.
6. गोविंद राम मेघवाल
खाजूवाला सीट से दलित नेता और राजस्थान के मंत्री गोविंद राम मेघवाल फिर से चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने बीजेपी ने डॉ. विश्वनाथ मेघवाल को उतारा है.