हरिद्वार : पहले नवरात्र पर धर्मनगरी के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। भक्तों ने मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरुप की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। रविवार से शारदीय नवरात्र शुरू हो गए। धर्मनगरी के मंदिर मां के जयकारों से गुंजायमान रहे। देवी मंदिरों को खासतौर पर सजाया गया है। अगले नौ दिन भक्त देवी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा करेंगे। रविवार सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में पहुंचना शुरू कर दिया। मनसा देवी, चंडी देवी, माया देवी, सुरेश्वरी देवी,भीमगोड़ा के निकट स्थित काली मंदिर,दक्षिण काली मंदिर और कनखल स्थित शीतला माता मंदिर में पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। पंडित रमेश तिवारी ने बताया कि पहले नवरात्र पर मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरुप को पूजा जाता है। उन्होंने बताया कि हिमालय के यहां पुत्री के रुप में जन्म होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। मां के शैल पुत्री स्वरूप के दाएं हाथ में त्रिशूल है और बाएं हाथ में कमल सुशोभित है। पहले नवरात्र के रविवार से शुरू होने से मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ भी अधिक देखने को मिली। मनसा देवी और चंडी देवी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रही।