राफेल की रफ्तार ने किया रोमांचित

प्रयागराज में पहली बार उड़ान भरेगा तेजस, नेवी और आर्मी के जंगी जहाज भी होंगे शामिल
प्रयागराज  भारतीय वायु सेना के 91वें स्थापना दिवस पर की तैयारी चरम पर हैं। बुधवार को लगातार दूसरे दिन एयर शो के पहले लड़ाकू विमानों ने संगम पर उड़ान भरी और अपनी रफ्तार से सभी को रोमांचित कर दिया। दोपहर के बाद से विमानों की संगम क्षेत्र में आवाजाही लगातार जारी रही। शास्त्री ब्रिज पर विमानों का रोमांच देखने के लिए भीड़ इकट्‌टी हो गई और जाम लग गया। काफी देर तक जाम लगा रहा।
उधर आकाश गंगा की टीम ने 8000 फीट की ऊंचाई से हाथों में तिरंगा लिए छलांग लगाई। हर कोई सैनिकों के इस हैरतअंगेज करतबों को टकटकी लगाकर देखता रहा। तिरंगा आसमान में लहराया गया तो हर कोई भारत माता की जय का उद्घोष करने पर मजबूर हो गया।
कल 8 अक्टूबर को संगम नगरी प्रयागराज में होने वाला एयर शो कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाला है। इसमें स्वदेशी 2 सीटर एयरक्राफ्ट एलएसी तेजस, जिसे एचएएल ने तैयार किया है, वह भी उड़ान भरेगा। संगम में यह उसकी पहली उड़ान होगी।
उधर मिग-21 अपनी ऐतिहासिक विरासत छोड़कर आखिरी उड़ान भरेगा। हवा में दो विमान उसे आसमान में ही आखिरी सलामी देंगे। शाम को जब सूरज ढल रहा होगा, तो मिग-21 आसमान में हमेशा-हमेशा के लिए ओझल हो जाएगा।
8 अक्टूबर को एएन-32 विमान से वायुसेना के पांच जांबाज जवान पैरा जंपिंग करेंगे। ये जवान 1000 फीट से पैराशूट की मदद से हवाई जहाज से नीचे कूदेंगे। संगम क्षेत्र में ही सुरक्षित लैंड करेंगे। एयर शो की शुरुआत चेतक हेलिकॉप्टर करेगा। सबसे पहले चेतक तिरंगा लेकर आसमान में उड़ान भरेगा। इसके बाद एक-एक करके 120 विमान 10 एयरबेस से उड़ान भरेंगे। ये विमान सभी दिशाओं से संगम क्षेत्र में अपने हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को अचंभित करने वाले हैं।
यह एयर शो तो इंडियन एयरफोर्स की ओर से आयोजित किया गया है। इसमें थल और जल सेना के बेड़े के भी जंगी विमान शामिल होंगे। खास बात यह है कि एयर शो में महिला पायलट भी उड़ान भरेंगी। सूर्य किरण टीम में भी महिला पायलट शामिल होंगी। विंटेज विमान भी एयर शो की शोभा बढ़ाएंगे। इनमें प्रमुख रूप से टाइगर, मॉथ और हॉवर्ड टेनर शो शामिल हैं। नेवी और आर्मी के जंगी जहाजों में रुद्रा हेलिकॉप्टर, डकोटा भी एयर शो में शामिल होगे।
इस एयर शो को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी एयरफोर्स ऑफिसर्स की देशभर से आई टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। संगम क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है। इतना ही नहीं, संगम क्षेत्र को पूरी तरह से खाली कर दिया गया है। संगम में हनुमान मंदिर के सामने जो भी अस्थाई दुकानें लगी थी। उन सबको प्रशासन ने हटवा दिया है।
संगम नोज पर भी किसी भी तरह की दुकान को 8 अक्टूबर तक लगाने की अनुमति नहीं दी गई है। किले के आस-पास जो उबड़ खाबड़ जमीन थी। प्रशासन ने उसको जेसीबी और पोकलैंड मशीन लगाकर समतल करवा दिया है। संगम क्षेत्र को साफ सुथरा रखने के लिए भी अलग से सफाईकर्मी लगाए गए हैं।

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