मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराधियों पर ठोस कार्रवाई की है। 20 मार्च 2017 से लेकर 28 दिसंबर 2024 तक पुलिस मुठभेड़ में 217 अपराधी मारे गये हैं जबकि पुलिस के 17 जवान अपने कर्तव्यों को निर्वाहन करते बलिदानी हुए हैं। मुठभेड़ों और गिरफ्तारियों ने यह साबित कर दिया है कि राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ बेहद सख्ती अपना रही है। यह जानकारी मंगलवार काे राज्य पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की ओर सेजारी विज्ञप्ति में दी गई।
आंग्ल नए साल के महज कुछ ही घंटे अब शेष बचे हैं। राज्य पुलिस प्रशासन ने साल भर के रिपोर्ट कार्ड पेश किया हैं। इस दौरान यह बताया गया कि योगी आदित्यनाथ ने जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है। उनकी जीरों टॉलरेंस की नीति के तहत अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। पुलिस की ताजा जानकारी के मुताबिक, 20 मार्च 2017 से 28 दिसंबर 2024 तक 217 अपराधी मुठभेड़ में मारे गये और 7799 अपराधी घायल हुए। बदमाशों से मोर्चा लेने के दौरान पुलिस के 17 जवान वीरगति को प्राप्त हुए। 1644 अपराधी घायल हुए हैं।
पुलिस की ओर से घोषित थे इनाम- यूपी पुलिस ने ऐसे अपराधियों को मारा गिराया हैं, जिनका समाज में आतंक भय व्याप्त है। सरकार ने ऐसे ही अपराधियों पर इनाम घोषित किए थे। इनमें पांच लाख, ढाई लाख, दो लाख,डेढ़ लाख, एक लाख और पचास हजार रुपये के इनाम घोषित थे। वहीं, 20 मार्च 2017 से 22 दिसंबर 2024 तक कुल इनामी 19955 गिरफ्तार कर जेल भेजे गये हैं। इनमें 25 हजार रुपये के 17,849 अपराधी, 25 से 50 हजार रुपये तक 1883 अपराधी,50 हजार रुपये से अधिक धनराशि के 223 इनामी अपराधी शामिल है।
924 अभियुक्तों पर लगाई रासुका, 140 अरब से अधिक संपत्ति सीज-यूपी पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की है। इनमें 924 अभियुक्तों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम रासुका के तहत हुई कार्रवाई की है। वहीं, गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 140 अरब 90 करोड़ 50 लाख 79 हजार 181 रुपये की चल अचल संपत्ति के जब्तीकरण की कार्रवाई की गयी है।
पुलिस की कार्रवाई होगी तेज- राज्य पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की ओर से आज जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए यूपी पुलिस अपनी कार्रवाई में और तेजी लाएगी। शासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यवाही को और प्रभावी बनाने के लिए कई योजनाएं बना रहे हैं। अपराधियों के खिलाफ मुठभेड़ों को और बढ़ाना, विशेष रूप से उन अपराधियों के खिलाफ जो गंभीर अपराधों में लिप्त हैं, पुलिस की प्राथमिकता है।