कानपुर: प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 8 सदस्य गिरफ्तार

द ब्लाट न्यूज़ कानपुर में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पुलिस ने खुलासा किया है। ठगी करने के लिए स्थानों पर पोस्टर चस्पा करवाकर और उनमें मोबाइल नंबर देकर लोन लेने वाले जरूरतमंद लोगों को शिकार बनाते थे। पिछले कई महीनों से अलग-अलग जनपद में सैकड़ों लोगों को शिकार बनाया। चौबेपुर में ठगी का शिकार हुए व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने ठगी करने वाले गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के पास से नगदी ठगी में इस्तेमाल होने वाले कागजात और चेक बुक बरामद की है।

डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि लोन लेने की जरूरतमंद लोगों को ठगी करने वाले ने शिकार बनाया है। गिरोह के 8 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन सदस्यों में एक महिला सदस्य भी ठगी गैंग के गिरोह में शामिल। पकड़े गए अभियुक्त आलोक सिंह, तनिष्क कटियार, रजत कटियार ,राहुल, लोकेंद्र ,गोपीचंद ,प्रेम कुमार और महिला सदस्य समृद्धि ‌सिन्हा है। यह लोग तकरीबन डेढ़ साल से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे।
ग्रामीण इलाकों में ठगी गैंग लोगों को बनाता था शिकार
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम से ठगी करने वाला गैंग अधिकांश ग्रामीण इलाकों के लोगों को जो कम पढ़े-लिखे होते हैं और देहात में रहने वाले हो उन्हें शिकार बनाता था। सीधे-साधे लोगों को वह शिकार बनाते थे और उनसे ऑनलाइन रुपए ले लेते थे। इसके बाद पोस्टर में लिखा हुआ मोबाइल नंबर बंद कर देते थे। अब तक ठगी गैंग ने कानपुर देहात, चित्रकूट ,जौनपुर ,बांदा ,हरदोई पीलीभीत, बहराइच ,मिर्जापुर जिलों में सार्वजनिक स्थान पर पंपलेट बांटकर या उन्हें चस्पा करके लोगों को शिकार बनाया है।
कल्याणपुर में था आलीशान ऑफिस
डीसीपी पश्चिम ने बताया कि जिस ठगी गैंग को गिरफ्तार किया गया है। वह अपने लाइफ स्टाइल को बहुत ही बेहतर बनाकर रखते थे। गाड़ियों को मेंटेन रखते थे ,कानपुर शहर के ही कल्याणपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत उन्होंने एक आलीशान ऑफिस बना रखा था। सभी कर्मचारियों को समय से अच्छी तनख्वाह देते थे। यहीं से टेलीकॉलर के द्वारा लोगों को ठगी का शिकार भी बनाया जाता था।
कंप्यूटर की अच्छी जानकारी रखते है गैंग के सदस्य
ठगी करने वाले गैंग के सदस्य पढ़े लिखे और ग्रेजुएट हैं। गैंग का एक सदस्य जो गांव में जाकर पोस्टर चस्पा करने का काम करता था, केवल वह ग्रेजुएट नहीं है। गैंग के बाकी 7 सदस्य ग्रेजुएट है और कंप्यूटर की अच्छी जानकारी रखते हैं। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 16 मोबाइल फोन एंड्राइड,10 मोबाइल फोन कीपैड, एक लैपटॉप, 5 चेक बुक अलग-अलग बैंकों की, दो क्यूआर कोड, 15 एटीएम कार्ड व क्रेडिट कार्ड, 8 पहचान पत्र आधार कार्ड ,पैन कार्ड ,ड्राइविंग लाइसेंस, 25 सिम कार्ड, दो चार पहिया वाहन, 10 बंडल प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के पंप लेट और स्टीकर बरामद किए गए हैं।

Check Also

यातायात माह में पुलिस ने लोगों को किया जागरूक

Kanpur, S.S.Tiwari The Blat News: इस समय शहर में यातायात माह चल रहा है। पुलिस …