लखनऊ: एलपी दवाओं को लेकर कर्मचारी परिषद और चिकित्सा अधीक्षक में हुआ समझौता

द ब्लाट न्यूज़ केजीएमयू के कर्मचारियों को एलपी यानी लोकल पर्चेज पर मिलने वाली दवाओं का संकट आखिरकार दूर हो गया है।सोमवार को कर्मचारी परिषद चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय का घेराव करने की तैयारियां कर ही रहे थे की संस्थान ने बिना देरी किए समझौता के लिए कार्यालय में बुला लिया गया। वहीं चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में समझौता के दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ.डी हिमांशु एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.एसएन शंखवार और कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह एवं महामंत्री अनिल कुमार व अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में मांगों को स्वीकार्य करते हुए लिखित रूप में पत्र जारी किया गया। जिसमें अब कर्मचारियों को लोकल पर्चेज पर मिलने वाली दवाओं की समस्याओं से निजात मिल गई है।

इसके लिए कर्मचारियों को डॉक्टर द्वारा जो भी दवा लिखी जाएगी उसके लिए संस्थान उपलब्ध कराएगा। वहीं अध्यक्ष विकास सिंह एवं महामंत्री अनिल कुमार ने संयुक्त रूप से कहा की हमारी जो मांग थी वोह संस्थान द्वारा मान ली गई है। इसलिए आंदोलन को यही पर स्थगित कर दिया गया है। महामंत्री ने अनिल कुमार ने बताया कि चिकित्सा अधीक्षक द्वारा लिखित रूप में सहमति पत्र दिया गया है।

अब डॉक्टर जो भी दवा लिखेंगे वोह कर्मचारियों को एलपी काउंटर से मिल जायेगी और जो भी एलपी काउंटर पर नहीं होगी तो उसके लिए कर्मचारियों को बाहर से दवा खरीदने की अनुमति दी गई है। जिसमें कर्मचारियों को दवा का बिल देना होगा,वही बिल संस्थान में जमा करने पर कैश के रूप में कर्मचारी के खाते में रकम भेज दिया जायेगा, ऐसा वार्ता के दौरान लिखित रूप में दिया गया।

महामंत्री अनिल कुमार ने बताया कि इंपेक्स इंडिया कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की गई है जिसे चिकित्सा अधीक्षक द्वारा कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने का आश्वाशन दिया गया और शताब्दी फेज वन में कंपनी का स्थित एलपी काउंटर को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए अधीक्षक द्वारा आश्वाशन दिया गया है। बहुत जल्द इसे ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा।

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