द ब्लाट न्यूज़ कावड़ यात्रा और शिवरात्रि पर होने वाले जलाभिषेक को लेकर औघडनाथ मंदिर परिसर में हाईटेक कंट्रोल रूम के लिए स्पांसर और टैक्निकल सपोर्ट दिया है। हाईटेक कंट्रोल स्थापित करने के साथ ही उत्तर प्रदेश में मेरठ पहला ऐसा जिला बना है, जहां सीसीटीवी कैमरों के साथ पब्लिक एड्रेसेबल सिस्टम को नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए लागू किया है।
दरअसल, इस पब्लिक एड्रेसेबल सिस्टम के लिए शहर की संवदेनशल जगहों पर लाउडस्पीकर लगाए गए हैं और उनको मंदिर परिसर में बने हाईटेक कंट्रोल रूम से सीसीटीवी फुटेज के साथ अटैच किया है। अगर किसी भी जगह पर कोई कमी नजर आती है या फिर कानून व्यवस्था की कोई स्थिति बनती है तो कंट्रोल रूम से ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सिस्टम पर एक क्लिक करके उस जगह के लोगों को सीधा संबोधित कर सकेंगे।
शुक्रवार को डीएम दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने मंदिर परिसर में स्थापित हाईटेक कंट्रोल रूम का शुभारंभ किया और कंट्रोल रूम में लगी एलईडी के माध्यम से शहर से लेकर देहात तक की गतिविधि की निगरानी की। डीएम दीपक मीणा ने बताया कि 200 सीसीटीवी कैमरों से पूरे शहर की सीमाओं को कवर किया गया है, इसके अलावा पांच ड्रोन से शिवरात्रि पर सिवाया टोल प्लाजा, पल्लवपुरम फ्लाईओवर, बेगमपुल चौराहा, बागपत अड्डा चौराहे और हापुड़ अड्डे चौराहे की वहां से करीब 25 किलोमीटर तक निगरानी की जाएगी।
ये भी पहली बार होगा कि ड्रोन की लाइव फुटेज पुलिस कंट्रोल रूम, एसएसपी ऑफिस, एसपी सिटी ऑफिस, बेगमपुल पुलिस चौकी पर बने कंट्रोल रूम और औघडनाथ मंदिर परिसर में बने हाईटेक कंट्रोल रूम और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के आईपैड पर लाइव मिलती रहेगी। जिसके जरिए क्विक एक्शन लेने में आसानी होगी। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि बाबा औघडनाथ मंदिर परिसर में 24 सीसीटीवी और एक 360 डिग्री डूम पीटी जेड कैमरे से निगरानी की जाएगी। एक डूम पीटी जेड कैमरा पल्लवपुरम फ्लाईओवर पर इंस्टॉल कर दिया है ताकि कांवडिय़ों के उमडे हुजूम के बीच 360 डिग्री तक निगरानी की जा सके।