द ब्लाट न्यूज़ सजेती थाना क्षेत्र के कोटरा गांव में झूलती केबिल के सपोर्ट वायर में करंट आने के चलते युवक की चपेट में आने से मौत हो गई। युवक का शव रात भर खेत में पड़ा रहा। सुबह ग्रामीणों को जानकारी मिली तो वे आक्रोशित हो गए। आरोप लगाया कि कई बार विद्युत विभाग को झूल रही केबिल की शिकायत की गई थी। लापरवाह अधिकारियों ने कुछ नहीं किया और हादसा हो गया। ग्रामीणों ने शव नगर में एक्सईएन दफ्तर के बाहर लाकर रख दिया और दरवाजे पर ही धरने पर बैठ गए।
कोटरा निवासी सुघर निषाद (35) सूरत में प्राइवेट नौकरी करते थे। बीते करीब डेढ़ माह से घर पर थे। गांव में ही रहने वाले भाई लवलेश ने बताया कि सुघर गांव में नया मकान बनवा रहे थे। शनिवार रात को गिट्टी मौरंग का सामान आया था, इसके चलते दोनों भाई निर्माणाधीन मकान जा रहे थे। सुघर पीछे चल रहे थे। रास्ते में झूल रही केबिल के सपोर्ट वायर में करंट आने से सुघर उसकी चपेट में आ गए और गिर पड़े। लवलेश के मुताबिक जब वह निर्माणाधीन घर पहुंचे तो देखा की पीछे से बड़े भाई नहीं आए। फोन किया गया तो वह भी नहीं उठा। रविवार सुबह करीब पांच बजे वह घर से वापस लौट रहा था तो उसी रास्ते पर सुघर तार से लपटे पड़े मिले। शरीर से धुआं निकल रहा था। तुरंत गांव वालों को सूचना दी गई।
इसके बाद बिजली कटवाई गई। ग्रामीणों ने बताया कि खंभे न होने के चलते करीब पांच सौ मीटर तक केबिल बांस और लकड़ियों के सहारे गई है। इसकी शिकायत कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों से की जा चुकी है। लेकिन, अधिकारियों ने कुछ नहीं किया। गुस्साए ग्रामीण शव ट्रैक्टर में लाकर एक्सईएन ऑफिस आ गए। ताला लगा होने के चलते उन्होंने गेट पर ही शव रखकर धरना शुरू कर दिया। अभी तक बिजली विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। वहीं, हंगामा बढ़ने की आशंका के चलते सजेती और कोतवाली पुलिस तैनात है।