द ब्लाट न्यूज़ शहर में जहरीला पदार्थ खाने से नाजुक हालत में भर्ती मेडिकल छात्रा तान्या सिंह की बुधवार सुबह मौत हो गई। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि मंगलवार को रोगी ने हाथ-पैर हिलाए थे, लेकिन खतरे से बाहर नहीं थी। डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी रही। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। छात्रा ने पांच दिन पहले टॉयलेट क्लीनर पिया था। इसके बाद उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पांच दिन बाद उसकी मौत हो गई।
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन एमबीबीएस छात्रा की सेहत का लगातार अपडेट ले रहा था। छात्रा के परिजन घटना से सकते में हैं और खामोश हैं। घटना का कारण जानने के लिए छात्रा के सोशल मीडिया एकाउंट की भी छानबीन की जा रही है। इससे पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि घटना का कारण क्या है?
इलाज करने वाले डॉक्टर यह मान रहे हैं कि उसने कुछ जहरीला पदार्थ खाया है। मेडिकल छात्रा तान्या सिंह की स्थिति को लेकर दिन भर मेडिकल कॉलेज में हलचल रही। शुक्रवार को जब उसे भर्ती किया गया था तो माना जा रहा था कि शायद लू लग गई। रविवार से हालत अचानक बिगड़नी शुरू हुई।
छात्रा ने जहरीला पदार्थ पिया क्यों?
सांस तंत्र फेल होने के लक्षणों की भनक लगते ही उसे वेंटिलेटर पर कर दिया गया, लेकिन एक्यूट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम की स्थिति बनी हुई थी। इसके साथ ही बेड पर ही उसके पेट का अल्ट्रासाउंड किया गया था। जहरीले पदार्थ के दुष्प्रभाव से उसके अंगों में पानी आ रहा था। सवाल अब भी बना हुआ है कि उसने जहरीला पदार्थ पिया क्यों?
बाहर रहने की वजह से साथियों से कम मिलती थी
बताया जा रहा है कि छात्रा के पास हॉस्टल में कमरा तो था, लेकिन वह बाहर कल्याणपुर में रहती थी। स्थानीय होने की वजह से उसकी साथी समझती थी कि वह अपने घर में परिजनों के साथ रहती है। उसकी कक्षा की साथियों से भी पूछताछ की। उसकी समस्याओं का भी किसी को पता नहीं है।