द ब्लाट न्यूज़ कानपुर मेट्रो का संचालन शुरू हुए 1 साल से ज्यादा का वक्त पूरा हो चुका है,लेकिन आज तक इस रूट पर रात में अंधेरा कायम है। नगर निगम ने इस रूट पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए कानपुर मेट्रो से 2 करोड़ रुपए का बजट मांगा था,लेकिन मेट्रो ने देने से इनकार कर दिया। स्मार्ट सिटी फंड से लाइट लगाने का काम शुरू किया गया है। आधे रूट पर लाइट लगाने का काम शुरू कर दिया है। मोतीझील से लाइट लगाने का काम शुरू किया गया है।
नगर निगम मार्ग प्रकाश विभाग के अधिशासी अभियंता के मुताबिक 2 करोड़ रुपए बजट से 750 स्ट्रीट लाइट आईआईटी से बृजेंद्र स्वरूप पार्क तक लगाई जा रही हैं। पूरे रूट पर एक भी पोल नहीं लगाया जाएगा। मेट्रो के बने एलिवेटेड ट्रैक किनारे ही क्लैंप के सहारे सभी लाइट लगाई जाएंगी। लाइट लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
सूर्यास्त होते ही 9 किमी. के मेट्रो रूट पर अंधेरा छा जाता है। आईआईटी से रावतपुर तिराहे तक अंधेरा बेहद घना रहता है। ऐसे में पैदल और साइकिल सवार लोगों को काफी मुश्किलें होती हैं। वहीं ठंड में और घने कोहरे के बीच मेट्रो रूट पर अंधेरा होने से राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि विजय नगर से भौंती के बीच भी करीब 100 स्ट्रीट लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके लिए नगर निगम 20 लाख रुपए बजट खर्च कर रहा है। 6 किमी. के इस रूट पर ज्यादातर जगहों पर स्ट्रीट लाइट नहीं लगी हैं। जिस पोल पर लाइट नहीं हैं, वहां लगाई जाएंगी और जहां पोल नहीं हैं,वहां पोल समेत स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही हैं।