जीवक हॉस्पिटल के डाक्टरों की लापरवाही से जिंदगी और मौत से जूझ रही महिला

THE BLAT NEWS:

लखनऊ। राजधानी के बख्सी तालाब क्षेत्र के इटौंजा के एक निजी जीवक हास्पिटल द्वारा महिला का गर्भपात कराने के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। पीड़ित महिला शीला पाल  उम्र 33 वर्ष बाराबंकी के फतेहपुर नारेपुरवा की रहने वाली। आरोप है कि महिला की हालत बिगड़ने पर उसे ट्रॉमा सेंटर लाया गया। जहां डॉक्टरों ने बच्चेदानी निकाल कर उसकी जान बचाई। फिलहाल महिला अभी भी ट्रॉमा सेंटर में जिंदगी के लिए जंग लड़ रही है। महिला की तरफ से इटौंजा पुलिस और सीएमओ को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग की गई है। ज्ञात हो कि भगौतीपुर इटौंजा के निजी अस्पताल का मामला पीड़िता ने पुलिस और सीएमओ से की शिकायत भगौतीपुर निवासी इंद्रपाल ने बताया कि पत्नी शीला पाल को तीन महीने का गर्भ था।अल्ट्रासाउंड में बच्चा खराब होने की पुष्टि होने पर उसने आशा कार्यकर्ता सुषमा के माध्यम से इटौंजा के जीवक हॉस्पिटल में दिखाया के लाया गया था । जहां डॉ. विजय व अन्य स्टॉफ ने 27 मार्च को उसका गर्भपात किया और घर आने पर उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। दोबारा से दिखाने पर भी आराम न मिलने पर छठामील स्थित एक निजी अस्पताल में दिखाया गया। यहां जांच कराने पर पता चला कि गर्भपात के समय लापरवाही बरतने से बच्चेदानी में सड़न पैदा हो चुकी है,जिसके कारण आंत पंचर हो गई है। हालात गंभीर देख डॉक्टरों ने 7 अप्रैल को उसे केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। जहां उसी दिन उसके दो आॅपरेशन कर बच्चेदानी निकाल कर जान बचाई गई। इस संबंध में इंस्पेक्टर इटौंजा का कहना है कि शिकायत मिली है पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। एक रिपोर्ट सीएमओ आॅफिस को भी भेजी गई है। वहीं डाक्टरों की लापरवाही का खामियाजा भुगतन रही महिला मामला बख्शी का तालाब तहसील अंतर्गत इटौंजा मानपुर सब्जी के पास स्थित जीवक हॉस्पिटल का है

जहां इन्द्रपाल निवासी ग्राम नारेपुरवा,पो हसनपुर टोटा,तहसील फतेहपुर,जिला बाराबंकी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी पत्नी शीला अपने मायके भगौतापुर में थी और उसने अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला कि 3 माह का गर्भ है,लेकिन बच्चा खराब हो चुका है ऐसी पुष्टि अल्ट्रासाउएंड रिपोर्ट में हुई। जब यह सब शीला को पता चला तो उसने अपने मायके भगौतीपुर में आशा कार्यकत्री सुषमा से मिलकर पूरी समस्या बताई,27 मार्च को आशा कार्यकत्री ने पीड़िता को इटौंजा मानपुर सब्जी मंडी लोधौली क्रासिंग स्थित जीवक हास्पिटल लेकर गई जहा डाक्टरों के द्वारा पहले महिला का ब्लड सैम्पल लिया गया,जिसके बाद आॅपरेशन के द्वारा मृत शिशु को गर्भ से निकाला गया। पीड़ित महिला की तहरीर के मुताबिक गर्भाशय की सफाई कराने के बाद भी असहनीय पीड़ा होती रही जिसके बाद परिजनों ने मुझे छठामील स्थित उजाला हॉस्पिटल ले जाया गया जहां से जांच के लिए सुयश डाइग्नोटिक्स सेन्टर भेजा गया। जांच रिपोर्ट के उपरांत डाक्टरों ने बताया गया कि शीला के गर्भ में सड़न पैदा हो गयी है जिस कारण आत पंचर हो चुकी है, डाक्टरों ने बताया कि आपने जहां अपने गर्भ की साफ सफाई करवाई थी वहां के डाक्टरों की लापरवाही की वजह से पीड़िता के गर्भ में सड़न पैदा हुई थी, जिस कारण आत पंचर हुई। वही महिला की हालत ज्यादा गंभीर होने पर परिजनों ने 7 अप्रैल को ट्रामा सेंटर लखनऊ लेकर गए हालत ज्यादा गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसी रात को दो आपरेशन किये जिसमें पहले खराब बच्चेदानी को बाहर निकाला गया दूसरा आॅपरेशन आंत पंचर का किया गया।इस संबंध में जब उप मुख्य चिकित्साधिकारी केडी मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह अस्पताल पंजीकृत नहीं है जांच कर इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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