अलीगढ़: झोलाछाप डॉक्टर की दवा से गई 12 वर्षीय मासूम की जान, मेडिकल स्टोर पर शव रख किया हंगामा

द ब्लाट न्यूज़ स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते अवैध रूप से संचालित हो रहे झोलाछाप डॉक्टर के मेडिकल स्टोर से झोलाछाप डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई की दो खुराक खाने के बाद एक 12 वर्षीय मासूम बच्चा देर रात इलाज के अभाव में सड़क पर ही मौत का शिकार हो गया।

 

 

 

थाना रोरावर क्षेत्र के निवरी रोड परवीन नगर इलाके में न्यू जेद मेडिकल स्टोर संचालित करने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर के उपचार के दौरान दी गई दवाओं की चार खुराक में दवा की 2 खुराक खाने के बाद 12 वर्षीय मासूम बच्चा काल के गाल में समा गया। झोलाछाप डॉक्टर की दवाओं की 2 खुराक खाने के चलते मौत का शिकार हुए 12 साल के बच्चे के आक्रोशित परिवार के लोगों ने उसके शव को मेडिकल स्टोर पर रखकर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए हंगामा कर दिया। मृतक बच्चे के परिवार के लोगों द्वारा झोलाछाप डॉक्टर के मेडिकल स्टोर पर शव रखकर हंगामा किए जाने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक मासूम के परिवार के लोगों को झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का आश्वासन देते हुए मामले को शांत कराया गया। इसके बाद पुलिस ने मृतक मासूम1 के शव को कब्जे में लेकर पंचायत नामा भरते हुए डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना रोरावर क्षेत्र के बिल्डिंग वाली गली निवासी आसमा अपने 12 वर्षीय पोते के सिर में चोट लगने पर पास के ही निवरी रोड परवीन नगर इलाके में न्यू जेद मेडिकल स्टोर करने वाले झोलाछाप डॉक्टर साहबुउद्दीन से दो दिन पहले दिखाकर दवा लेकर गई थी। बता दें कि मेडिकल स्टोर पर डॉक्टर शहाबुद्दीन लोगों को दवा भी देता हैं, जहां आसमा मेडिकल शॉप पर पोते के सिर में चोट लगने पर पट्टी कराने पहुँची। जहां झोलाछाप डॉक्टर शहाबुद्दीन ने बच्चे को खाने के लिए चार खुराक दी और आसमां ने घर ले जाकर जब दवा की खुराक खिलाई, तो बच्चे का पेट फूल गया ओर उसका टॉयलेट रुक गई। जिस पर घबराकर उसने घर में बच्चे को पेट पर हींग लगाया। लेकिन जब राहत नहीं हुई तो आसमां ने डॉक्टर की दूसरी खुराक भी खिला दी, दूसरी खुराक से उसका पेट और ज्यादा फूल गया।इसके बाद सोमवार को आसमा ने झोलाछाप डॉक्टर के मेडिकल स्टोर पहुंचकर बच्चे की हालत बिगड़ने की बात बताई। इतना सुनते ही झोलाछाप डॉक्टर शहाबुद्दीन आसमा से बोला बच्चे को साथ लेकर आती।

इस पर आसमा दौड़ती हुई घर पहुंची और बच्चे को साथ लेकर मेडिकल स्टोर पर पहुंची तो मेडिकल स्टोर पर ताला लटका हुआ था और झोलाछाप डॉक्टर मौके से गायब था।इसके बाद आसमा बच्चे को लेकर डॉक्टर के घर पहुंची तो डॉक्टर ने पल्ला झाड़ते हुए उसको किसी दूसरी जगह बच्चे का इलाज कराने की नसीहत दे डाली। जिसके बाद आसमा बच्चे को लेकर अपने घर पहुंचे। जहां देर रात उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। परिवार के लोग बच्चे को उपचार के लिए जीवनगढ़ से लेकर आसपास के सभी अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए गुहार लगाती रही। लेकिन किसी ने बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उसको अपने अस्पताल में भर्ती करना मुनासिब नहीं समझा । जिसके चलते देर रात उसकी रास्ते में ही उपचार के अभाव में मौत हो गई। जिसके बाद परिवार के लोगों ने बच्चे की मौत के जिम्मेदार झोलाछाप डॉक्टर साहबुउद्दीन को ठहराया और उसके मेडिकल स्टोर पर पहुंचकर बच्चे के शव को रखकर हंगामा किया। इस दौरान सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वही बच्चे की मौत के बाद अब परिवार वाले इंसाफ की मांग कर रहे हैं,ओर आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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