चैत्र रामनवमी के पंचमी को भगवान श्रीराम का हुआ था राज्याभिषेक

THE BLAT NEWS:

कुशीनगर। चैत्र मास भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक का मास है। वन से अध्योध्या आगमन के बाद चैत्र रामनवमी के पंचमी तिथि को भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ था। इसके अलावा चैत्र मास के अमावस्या तिथि को भगवान श्रीकृष्ण ने शरीर त्याग कर परमधाम पधारे थे। यह बात श्रीराम कथा वाचक पंडित अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कही। वे रविवार को नगर के लखराव मंदिर परिसर में मां भगवती सेवा संस्थान की तरफ से चल रहे श्रीराम कथा के प्रथम दिन कथा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थान, परिवेश और सानिध्य का व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को साथ रहने वाले व्यक्ति के आचरण के साथ स्वस्थ्य परिवेश और शुद्ध स्थान को जीवन में प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आम के बागीचे को संतों का झुंड कहा जाता है। कहा जाता है कि लखराव में पहले एक लाख आम बृक्ष थे।
इसलिए इस स्थान को लखआम कहा गया। बदलते परिवेश में इस स्थान का नाम लखराव हो गया। इसके बाद उन्होंने श्रीराम कथा के पहले दिन नारद मोह की कथा विस्तार से सुनाई। कथा का शुभारंभ आयो‌जन समिति के अध्यक्ष होसिलानंद उपाध्याय, हरिनारायण जायसवाल, ध्रुव प्रसाद जायसवाल, योगेंद्र जायसवाल, अनिल पांडेय, एसएन शुक्ला, प्रेमचंद्र जायसवाल आदि ने व्यास पीठ की आरती कर किया।इस दौरान पुजारी सिंह, ‌हृदयानंद गुप्ता, हरेंद्र कुशवाहा, बबलू पाठक, संजय चौबे, मनीष जायसवाल, महेंद्र चौबे, अनिल सिंह, राम प्रसाद यादव, मस्तराज चौबे, शशिप्रकाश उपाध्याय, हरिश्चंद्र उपाध्याय, निवर्तमान चेयरमैन प्रतिनिधि मनीष जायसवाल, कुंज बिहारी चौरसिया, संतोष सिंह, व्यापारी नेता राजेश सैनी, सदर विधायक प्रतिनिधि संतोष जायसवाल, पूर्व चेयरमैन पडरौना शिव कुमारी देवी, अंशुमान बंका आदि मौजूद रहे।

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