THE BLAT NEWS:
लखनऊ। 69 हजार शिक्षक भर्ती की चयन सूची में शामिल अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव किया।प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि शासन ने कोर्ट में ठीक से पैरवी नहीं की। जिसकी वजह से कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। मंत्री से मिलने की जिद पर अड़े अभ्यर्थियों के उग्र एवं जिम्मेदारों के खिलाफ नारेबाजी शुरू करते ही पुलिस हरकत में आयी। अभ्यर्थियों की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस हलका बल प्रयोग कर इन्हें जबरन पुलिस गाड़ी में बैठाकर आलमबाग के इको गार्डन में ले जाकर छोड़ा। नाराज अभ्यर्थी यहां धरने पर बैठ गए।बुधवार सुबह करीब 10 बजे 69 हजार शिक्षक भर्ती में नियुक्ति की मांग कर रहे करीब 200 चयनित अभ्यर्थी मंत्री आवास के बाहर जुट गए। अभ्यर्थियों में भारी संख्या में महिलाएं भी थी।

नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब दो घंटे चले प्रदर्शन में नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार हाईकोर्ट के डबल बेंच में जाकर सही से पैरवी करे, ताकि अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके। आरक्षित वर्ग में चयनित ओबीसी एवं एससी-एसटी के अभ्यर्थियों को जारी कटऑफ में 65 फीसदी से ज्यादा अंक लाने के बावजूद सामान्य श्रेणी की सूची में शामिल नहीं किया गया। शासन ने आरक्षित वर्ग के अतिरिक्त 6800 अभ्यर्थियों की पांच जनवरी 2022 को एक सूची जारी की। कुछ दिनों में नियुक्ति का आश्वासन दिया गया लेकिन नियुक्ति नहीं दी गई है। अभ्यर्थी अमरेन्द्र पटेल ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद ने वर्ष 2018 में 69000 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकाला था। शासन ने भर्ती में आरक्षण नियमों का ठीक से पालन नहीं किया गया। जिसकी वजह से 6800 अभ्यर्थी चयनित होते हुए नियुक्ति से बाहर हैं। यह अभ्यर्थी कोर्ट चले गए।
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