महोबा:गांव में संदिग्ध मरीजों का परीक्षण कर दी सलाह

THE BLAT NEWS:

कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम।
महोबा।  कुष्ठ रोग को लेकर फैले अंधविश्वास से दूर रहें। यह एक बीमारी है, जिसका इलाज संभव है। कुष्ठ बीमारी पुरानी है, लेकिन इसको नियंत्रित और खत्म करने के तरीके नए हैं। हमें मिलजुल कर इस बीमारी से बचाव के तरीकों को अपनाना है। यह बातें मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र समद नगर में मस्जिद के बाहर नमाजियों से लखनऊ से आये एनएलआर (नो लेप्रोसी रिमेन) स्टेट कोआर्डिनेटर मंतोष महतो ने कहीं।  स्टेट कोआर्डिनेटर ने कहा कि कुष्ठ रोग की पहचान बहुत सरल है और समय से इलाज से इससे मुक्ति भी मिल जाती है। इसलिए कुष्ठ रोग को लेकर भ्रम न पालें। कुष्ठ रोगियों के साथ भेदभाव भी न करें। लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं, सभी स्वास्थ्य केंद्र पर कुष्ठ की जाँच और उपचार उपलब्ध है। स्टेट कोआर्डिनेटर ने पहले जैतपुर ब्लाक के बम्हौरी खुर्द गांव का भ्रमण कर कुष्ठ अभियान में कार्य कर रही टीम का सत्यापन किया। संदिग्ध कुष्ठ रोगियों का परीक्षण किया।
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ.अनिल कुमार ने कहा कि कुष्ठ रोग बैक्टीरिया (माइकोबैक्टेरियम लेप्री) के कारण होता है। यह ग्रसित व्यक्ति द्वारा फैलता है। पीड़ित व्यक्ति के खांसने, थूकने एवं छींकने से यह दूसरे की नाक व मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाता है। इस अभियान में अब तक चार नए रोगी खोजे गए हैं। जनपद में 30 रोगियों का उपचार चल रहा है। 84 को पेंशन मिल रही है।
जिला अस्पताल में तैनात फिजियोथेरेपिस्ट डॉ.सुरेंद्र सिंह ने गांव मे जाकर लोगों को कुष्ठ के प्रति जागरूक किया।
इस मौके पर एनएमएस गिरिराज कश्यप, मोहम्मद अंसार, डॉ. आशीष पटेरिया, तारिक अहमद फारुकी, हाफिज इसराइल, फारुख, महर अफजल इत्यादि मौजूद रहे।

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